चित्रकूट, जो प्रभु श्रीराम की तपोस्थली के रूप में विश्व प्रसिद्ध है, इस बार देव दीपावली के पावन पर्व पर अद्वितीय दीपोत्सव का साक्षी बनने जा रहा है। मान्यता है कि श्रीराम ने अपने वनवास के दौरान 11 साल 6 महीने इसी पावन भूमि पर बिताए थे। इस धार्मिक एवं
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नगर पालिका द्वारा 21 हजार दीप जलाने और सजावट का खास इंतजाम
नगर पालिका कर्वी के अधिशासी अधिकारी लालजी यादव ने बताया कि इस विशेष पर्व के लिए रामघाट को भव्य रूप से सजाया जा रहा है। करीब 21,000 दीपों से मंदाकिनी नदी के तट को दैवीय आभा से आलोकित किया जाएगा। नगर पालिका की टीम इस आयोजन के लिए दीपों की व्यवस्था और साफ-सफाई में पूरी तत्परता से लगी हुई है। दीपों की रोशनी से मंदाकिनी का जल अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेगा, जिसमें श्रद्धालु प्रभु श्रीराम की महिमा में मग्न हो जाएंगे।
रामघाट पर दीपदान का आयोजन, श्रद्धालुओं के लिए भव्य इंतजाम
इस पर्व पर लाखों श्रद्धालु रामघाट पर एकत्रित होंगे और दीपदान करेंगे। नगर पालिका और श्रद्धालुओं के समर्पण से लगभग एक लाख दीप मंदाकिनी के किनारे जलाए जाएंगे। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए नगर पालिका कर्वी ने सुरक्षा और सुविधा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, ताकि किसी को किसी प्रकार की असुविधा न हो।