सुपौल में चैती दुर्गा पूजा का समापन सोमवार को श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में हुआ। सुपौल के निर्मली नगर स्थित चैती दुर्गा मंदिर परिसर से मां दुर्गा सहित विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमाएं विसर्जन हेतु भव्य जुलूस के साथ रवाना हुई। भक्तों ने प्रतिमाओं को कंधे पर उठाकर उत्साह के साथ विसर्जन यात्रा निकाली। इस दौरान भक्तों ने जय श्रीराम और जय माता दी के नारे से आसपास का इलाका गुंजायमान रहा। यह विसर्जन जुलूस निर्मली के प्रमुख मार्गों जैसे दसलाख चौक, सुभाष चौक, भगत सिंह चौक और रेलवे स्टेशन होते हुए पूर्वी रिंग बांध के समीप तिलयुगा नदी के तट तक पहुंचा। वहां वैदिक मंत्रोच्चार और विधि-विधान के साथ मां दुर्गा सहित विभिन्न देवी-देवताओं की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। भक्तों में दिखा उत्साह कार्यक्रम के दौरान भक्तों का उत्साह देखने को मिला। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी जुलूस में शामिल होकर भक्ति में लीन नजर आए। पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन और जयकारों से वातावरण भक्तिमय बना रहा। शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। निर्मली सीओ विजय प्रताप सिंह, सर्किल इंस्पेक्टर राणा रणविजय सिंह और थानाध्यक्ष सियावर मंडल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। तिलयुगा नदी के पास रेलवे ट्रैक और पुल पर भी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही। वहां रेल पुलिस के जवानों की विशेष प्रतिनियुक्ति की गई थी ताकि किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था न हो। आयोजन को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए स्थानीय प्रशासन और पूजा समिति के बीच समन्वय की सराहना की गई। तिलयुगा नदी किनारे आपदा मित्र की टीम भी जगह-जगह तैनात रही और नदी में प्रवेश करने वालों की मॉनिटरिंग की जा रही थी।
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