छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ने वाले कई युवाओं को शेयर ट्रेडिंग के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। इसलिए अब मुंबई के विशेषज्ञ उन्हें फाइनेंशियल ट्रेडिंग के बारे में बताएंगे। पहली बार युवाओं को शेयर मार्केट के बारे में प्रोफेशनल जानक
.
दरअसल, छत्तीसगढ़ सरकार इसके लिए बाकायदा मुंबई में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के साथ एक मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MOU) यानी एक तरह का एजुकेशनल समझौता करने जा रही है। इसके लिए शिक्षा और वित्त विभाग तैयारी कर रहा है। मंत्रालय में हुई साय कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया है।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने बताया कि, सरकार ने तय किया है कि हम MOU करेंगे। इसका मकसद यहां के बच्चों को शेयर ट्रेडिंग के बारे में बताया जाए। राज्य के युवाओं को वित्तीय बाजार निवेश के साधन, वित्तीय नियोजन का नॉलेज दिया जाएगा। सरकार स्टूडेंट स्किलिंग प्रोग्राम (SSP) के तहत यह समझौता करने जा रही है।
मुंबई के एक्सपर्ट प्रदेश के यूथ को शेयर मार्केट और फायनेंस मैनेजमेंट के बारे में बताएंगे। मेटा AI की तरफ से तैयार एक सांकेतिक तस्वीर।
कौन ले सकेगा ट्रेनिंग ?
डिप्टी CM अरुण साव ने बताया कि, स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले युवाओं को इसका फायदा होगा। समझौते के तहत हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट्स ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा ले सकेंगे।
MOU के बाद शेयर मार्केट को समझने की चाह रखने वाले और इसमें करियर बनाने का सपना देखने वाले युवा अपनी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की मदद से ट्रेनिंग ले पाएंगे। NSE के ट्रेनर यूथ को जानकारी देंगे। इसके लिए स्टूडेंट्स को मुंबई के स्टॉक एक्सचेंज भी ले जाया जाएगा।
स्कूल के बच्चों को NSE के मुंबई सेंटर भी ले जाया जाएगा, ताकि वो करीब से शेयर मार्केट से जुड़े करियर ऑप्शन को समझें। मेटा AI की सांकेतिक तस्वीर।
क्या है करियर ऑप्शन ?
स्टॉक ट्रेडिंग के फील्ड में करियर बनाने मैथ्स, फाइनेंस, अकाउंटिंग और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई जरूरी है। इस फील्ड में करियर बनाने के लिए कोई आयु सीमा नहीं है। सेबी रजिस्टर्ड इंवेस्ट एडवाइजर (Invest Advisor) या सेबी रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट (Research Analyst) बनाया जा सकता है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, जो मुंबई में स्थित है।
NSE क्या है ?
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, जो मुंबई में है। यह एक इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म है, जहां कंपनियों के शेयरों का कारोबार होता है। एनएसई की स्थापना 1992 में हुई थी। यह भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के नियमों के तहत काम करता है।
एनएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों का कारोबार इलेक्ट्रॉनिक तरीके से होता है। जिससे निवेशकों को अपने शेयरों को आसानी से खरीदने और बेचने की सुविधा मिलती है। इसी संस्थान से छत्तीसगढ़ की सरकार MOU करेगी।
शेयर मार्केट इंवेस्टर्स के लिए काम की बात
- एक्सपर्ट्स बताते हैं कि, शेयर मार्केट में इन्वेस्ट से पहले कंपनी के शेयरों में निवेश लंबे समय के लिए करने से पहले कंपनी का 5-10 साल का रिकॉर्ड जरूर जांचना चाहिए।
- यह भी देखें कि कंपनी का रिटर्न ऑन कैपिटल इम्प्लॉइज (ROCE) और कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) क्या है। अगर कंपनी का रिटर्न 15 फीसदी से ज्यादा है, तो यह अच्छा है।
- वहीं, कंपनी का सालाना ग्रोथ रेट 10 फीसदी से अधिक है, तो बढ़िया है। कंपनी में ग्रोथ कितनी है और भविष्य में उसके क्या अनुमानित प्लान हैं, इसका भी ध्यान रखें।
- आम तौर पर एयरलाइंस, शिपिंग, सिनेमा जैसी कंपनियों में ज्यादा ग्रोथ नहीं मिलती। स्टार्टअप में भी रिटर्न अच्छा नहीं है। प्रॉफिट मेकिंग कंपनी में ही पैसे लगाएं।
- किसी कंपनी शेयर में अगर बढ़िया प्रॉफिट मिल रहा है तो उसे रोके नहीं। यह सोचकर ज्यादा लालच में न पड़ें कि शायद मुनाफा और बढ़ जाए। हर स्टेप पर कुछ शेयर बेचना चाहिए। इससे जोखिम कम होता जाता है।
- यू-ट्यूब, ट्विटर, वॉट्सऐप पर कई एक्सपर्ट, ग्रुप या कुछ चैनल अक्सर गलत शेयरों को बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं। आप सोशल मीडिया या किसी के बहकावे में न आएं।
……………………………………
इससे संबंधित यह खबर भी पढ़िए…
फरवरी में मिलेगी धान खरीदी के अंतर की राशि: इस साल भी 3100 में खरीदी, स्टील प्लांट को बिजली-बिल में छूट; साय कैबिनेट के फैसले
आचार संहिता से पहले रविवार को साय कैबिनेट बैठक आयोजित की गई।
आचार संहिता से पहले रविवार को साय कैबिनेट बैठक आयोजित की गई। बैठक में किसानों और उद्योगों के लिए बड़ा फैसला लिया गया है। किसानों को फरवरी में धान खरीदी के अंतर की राशि मिलेगी। वहीं शर्तों के साथ स्टील प्लांट को बिजली बिल में भी राहत मिलेगी। पढ़ें पूरी खबर…