गांव भूंदड़ी में प्रदर्शन करती महिलाएं।
पंजाब के लुधियाना जिले के गांव भूंदड़ी में बायोगैस फैक्ट्री के खिलाफ चल रहे धरने को एक साल पूरा हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने इसे काला दिवस घोषित किया। गांववासियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ देर शाम को रोष मार्च निकाला। भूंदड़ी के साथ आसपास के छह ग
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गुरुद्वारा साहिब से निकाला रोष मार्च
वहीं तालमेल संघर्ष कमेटी के कोऑर्डिनेटर डॉ. सुखदेव सिंह भूंदड़ी की अगुआई में प्रदर्शनकारियों ने दुख निवारण गुरुद्वारा साहिब से रोष मार्च शुरू किया। प्रदर्शनकारियों ने भगवंत मान सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। धरना स्थल पर अमन रसूलपुर ने नशे पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया। पंजाबी यूनिवर्सिटी के छात्रों ने ‘नस्ल कुशी’ नामक डॉक्यूमेंट्री दिखाई।
फिल्म में बायोगैस फैक्ट्रियों से होने वाले प्रदूषण और नदी-नालों की खराब स्थिति को दिखाया गया।
रोष मार्च निकालते हुए महिलाएं।
मौसमी और रोहित वर्मा ने जनगीत प्रस्तुत किए
इसमें भूंदड़ी, मुस्काबाद, अखाड़ा और बग्गे कलां के प्रभावित लोगों की कहानियां शामिल थी। नौजवान भारत सभा की मौसमी और रोहित वर्मा ने जनगीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुखदेव सिंह भूंदड़ी ने किया। हरप्रीत सिंह हैप्पी ने धरने के लिए जुटाए गए फंड का हिसाब पेश किया। इस मौके पर विभिन्न किसान संगठनों और मजदूर यूनियनों के नेता मौजूद रहे।