केंद्रीय उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल गुरुवार दोपहर अल्प प्रवास पर जबलपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने संस्कारधानी की जमकर तारीफ की। वहीं प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को लेकर उड्डयन मंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि महाकुंभ में हमे
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जबलपुर में मीडिया से बात करते हुए मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि महाकुंभ को लेकर पहले ही एयरपोर्ट को तैयार किया जा चुका था क्योंकि यहां पर न केवल भारत बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आ रहे हैं। यही कारण है कि प्रयागराज में, जहां पहले रोजाना 5 से 6 उड़ानें हुआ करती थीं, अब इनकी संख्या बढ़ाकर 20 से 25 कर दी गई है।
इसके साथ ही एयरपोर्ट टर्मिनल का काम पूरा हो चुका है। लिहाजा, हमारे मंत्रालय ने महाकुंभ में विमान सेवा बहुत अच्छे तरीके से दी है।
“पहली बार जबलपुर आया लेकिन अनोखा रिश्ता बन गया”
पहली बार जबलपुर आए केंद्रीय उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा कि शिक्षा से जुड़े एक कार्यक्रम में आने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश दोनों अलग-अलग राज्य हैं, लेकिन दोनों ही प्रदेशों की संस्कृति एक जैसी है। दोनों ही राज्यों की भूमि मां नर्मदा के कारण सुजलाम-सुफलाम हो गई है। पहली बार आने के बावजूद जबलपुर से मेरा अनोखा रिश्ता बन गया है।
मुरलीधर मोहोल ने कहा कि नागरिक उड्डयन विभाग चुनौतियों से भरा हुआ है, लेकिन सरकार ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे पूरा करना है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बीते 10 सालों में फ्लाइट सेवाओं में बढ़ोतरी हुई है। 10 साल पहले देश में सिर्फ 70 से 72 एयरपोर्ट थे, जो अब बढ़कर 157 हो गए हैं। नागरिक उड्डयन विभाग ने यात्री सेवाओं के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, जिससे अब आम आदमी भी आराम से फ्लाइट में यात्रा कर रहा है। सिविल एविएशन सेक्टर में हमारा देश लगातार आगे बढ़ रहा है।