भाजयुमो के मंडल मंत्री पवन शर्मा ने पुलिस पर थाने पिटाई करने का आरोप लगाया है।
जबलपुर में भाजयुमो के दो नेताओं को थाने में बंद कर बेरहमी से पीटने के मामले में एसपी संपत उपाध्याय ने प्रधान आरक्षक और आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है। भाजयुमो नेताओं ने पिटाई के आरोप तिलवारा थाना प्रभारी ब्रजेश मिश्रा पर भी लगाए थे।
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शनिवार रात वाहन चेकिंग के दौरान बाइक से जा रहे भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के मंडल मंत्री पवन शर्मा और मीडिया प्रभारी समर्थ केशरी को पुलिस ने रोका, जहां चालान को लेकर विवाद हो गया। इसके बाद मौके पर तैनात प्रधान आरक्षक जयशंकर चौहान और आरक्षक अजय बघेल की युवा मोर्चा के नेताओं से बहस होने लगी। आरोप है कि दोनों पुलिसकर्मियों ने पवन और समर्थ को थाने के अंदर ले जाकर, टीआई की मौजूदगी में डंडे से पवन को तब तक पीटा जब तक कि उसका हाथ नहीं टूट गया।
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने भी माना कि दो दिन पहले जो घटना हुई है, वह पुलिस के लिए निंदनीय थी। हमेशा वाहन चेकिंग करने वाले पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों को समझाया जाता है कि लोगों से सामान्य व्यवहार रखे। दो दिन पहले तिलवारा थाना के सामने एक युवक पवन के साथ मारपीट करने की घटना सामने आई थी। इसके साथ युवा मोर्चा के मीडिया प्रभारी के साथ भी गाली-गलौज कर उसे जेल भेज देने की धमकी दी गई थी। एएसपी ने बताया कि दो पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
दोनों पुलिसकर्मी सस्पेंड
एएसपी ने कहा कि वाहन चेकिंग के दौरान कानून का पालन करने के साथ-साथ आम जनता से व्यवहार भी सही रखना होता है। जिसे दोनों पुलिसकर्मियों ने नहीं निभाया था, यही कारण है दोनों को निलंबित कर दिया गया है। एएसपी ने बताया कि थाना प्रभारी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग उठ रही है। जिसके लिए सीएसपी को जांच सौंपी गई है। सूर्यकांत शर्मा का कहना है कि वाहन चेकिंग के दौरान थाना प्रभारी को भी मौजूद रहना होगा, इसके लिए भी निर्देशित किया गया है।
पवन शर्मा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने करीब आधे घंटे तक उनकी पिटाई की।
पवन ने कहा- टीआई के इशारे पर हुई मारपीट’
एसपी ने भले ही मारपीट के मामले में जयशंकर और अजय बघेल को निलंबित कर दिया हो, पर भाजयुमो के मंडल मंत्री इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। पवन शर्मा का कहना है कि इस घटनाक्रम के लिए थाना प्रभारी भी उतने ही जिम्मेदार हैं, जितने कि दोनों आरक्षक। पवन ने बताया कि टीआई ब्रजेश मिश्रा के इशारे पर दोनों पुलिस कर्मचारियों ने मारपीट की थी। थाने के अंदर हुई मारपीट को लेकर तिलवारा थाना में सीसीटीवी फुटेज के लिए आवेदन दिया गया था, पर पुलिस ने उसे नहीं लिया। थाने के अगर सीसीटीवी फुटेज, जो कि संभवतः गायब कर दिए गए हैं, देखे जाएं तो सच्चाई सामने आ जाएगी।
वाहन चेकिंग के दौरान हुआ था विवाद
शनिवार की शाम संगम कॉलोनी निवासी पवन शर्मा अपने साथी समर्थ केशरी के साथ नर्मदा दर्शन करने तिलवारा घाट जा रहे थे। इस दौरान पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी। पुलिस ने उन्हें रोका, जिस पर पवन ने रुककर अपना परिचय दिया और चालान बनाने की बात कही। चालान के पैसे देने के बाद जैसे ही दोनों जाने लगे, तो किसी बात को लेकर जयशंकर और अजय से उनका विवाद हो गया। इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों ने पवन और समर्थ को पकड़कर थाने में ले आए, जहां समर्थ के सामने ही पवन की लाठियों से जमकर मारपीट की गई। इसके बाद दोनों को करीब डेढ़ घंटे तक थाने में घायल अवस्था में बैठाकर रखा गया।