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Premanand Maharaj: जब प्रेमानंद जी महाराज ने अपने पिता से कहा कि वो संत बनना चाहते हैं, तो उनका क्या रिएक्शन था. इस बारे में प्रेमानंद जी महाराज ने बताया. बता दें कि संत प्रेमानंद जी के सत्संग वीडियो, खासकर इंस…और पढ़ें
जब प्रेमानंद महाराज ने अपने पिता से कहा कि वो संत बनना चाहते हैं
हाइलाइट्स
- प्रेमानंद महाराज ने संत बनने के लिए घर छोड़ा था.
- पिता ने प्रेमानंद महाराज को आशीर्वाद दिया.
- प्रेमानंद महाराज ने ब्रह्मचर्य का पालन करने का वादा किया.
Premanand Maharaj: संत प्रेमानंदजी महाराज भारत के सबसे प्रमुख आध्यात्मिक गुरुओं में से एक हैं. प्रेमानंदजी महाराज की बातें मार्गदर्शक के रूप में लोगों के जीवन को सच्चे अर्थों में बदल देती हैं. यही वजह है कि हर इंसान उनसे जुड़ जाता है, वे बातों को बेहद सिंपल और सरल तरीके से समझाते हैं. प्रेमानंद जी महाराज की लोकप्रियता और उनके भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हाल ही में प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि जब उन्होंने अपने पिता से पहली बार कहा था कि वह संत बनना चाहते हैं, तो उनका रिएक्शन क्या था.
संत बनने के लिए घर से भाग गए थे प्रेमानंद महाराज
प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि वह संत बनने के लिए घर से भाग गए थे, लेकिन तीन दिन वे पकड़े गए. जैसे ही प्रेमानंद जी महाराज ने पिता को देखा वह आंख बंद करके बैठ गए. इसके बाद उनके पिता उनके पास आए और उनसे खड़े होने के लिए कहा. तीन बार कहने पर वह खड़े नहीं हुए और चौथी बार जब प्रेमानंद महाराज के पिता ने उनसे खड़े होने के लिए कहा तो उन्होंने बात मान ली.
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प्रेमानंद महाराज ने अपने पिता से कहा आपसे एक प्रार्थना करें? तो उनके पिता ने कहा बताओ.
उन्होंने कहा, “ये जिंदगी भगवान के नाम है…आप चाहे काट डालो, ना घर जाएंगे और न आपकी बात मानेंगे”. ये बात सुनकर उनके पिता एकदम हैरान रह गए और उन्हें गले से लगाया और तीन बार जय श्री राम कहा. इसके बाद उन्होंने उन्हें आशीर्वाद देते हुए कहा- “जाओ, अगर उशर में भी बैठोगे तो फूलों की वर्षा होगी और कोई तुम्हारा बाल भी बांका नहीं कर सकेगा. लेकिन अगर तुमने किसी की बहन-बेटी की तरफ गलत नजर डाली, तो फिर देख लेना.”