श्रीनगर5 मिनट पहले
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भाजपा ने 26 और 27 अगस्त को 3 लिस्ट जारी की, जिसमें 45 कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान हुआ।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा आज रविवार (1 सितंबर) को कैंडिडेट्स की चौथी लिस्ट जारी कर सकती है। इसमें जम्मू प्रांत की कठुआ, उधमपुर पूर्व, बाहु, मढ़, बिश्नाह, नौशेरा और राजौरी विधानसभा सीटों के कैंडिडेट की घोषणा होगी।
दैनिक भास्कर के सूत्रों ने बताया कि भाजपा आज लाल चौक समेत कश्मीर प्रांत की कुछ सीटों पर भी कैंडिडेट के नामों का ऐलान कर सकती है।
भाजपा अब तक 45 सीटों पर कैंडिडेट्स के नामों का ऐलान कर चुकी है। 26 अगस्त को पार्टी ने पहली लिस्ट में 15 और दूसरी में सिंगल कैंडिडेट के नाम की घोषणा की। 27 अगस्त को भाजपा ने 29 कैंडिडेट्स की तीसरी लिस्ट जारी की।
जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों के लिए 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर के बीच 3 फेज में वोटिंग होगी। नतीजे 8 अक्टूबर 2024 को आएंगे। सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है।
भाजपा की पहली लिस्ट

भाजपा की दूसरी लिस्ट

भाजपा की तीसरी लिस्ट फेज वाइज


26 अगस्त को पहली लिस्ट आई थी, हंगामे के बाद वापस ली
26 अगस्त को भाजपा ने सबसे पहले 44 नामों वाली एक लिस्ट जारी की। इसके सामने आते ही जम्मू भाजपा दफ्तर में कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन शुरू हो गया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि पार्टी ने पैराशूट प्रत्याशी उतार दिए हैं। इसके बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना अपने केबिन में चले गए और दरवाजा बंद कर लिया। बात हाईकमान तक पहुंची, जिसके बाद हंगामा बढ़ते देखते भाजपा ने 44 कैंडिडेट्स के नाम वाली पहली लिस्ट को डिलीट कर दिया था। पूरी खबर पढ़ें…
मोदी-शाह समेत 40 स्टार प्रचारक बनाए
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। लिस्ट में शिवराज चौहान, योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी का भी नाम है।

जम्मू-कश्मीर में तीन फेज में वोटिंग, 8 अक्टूबर को रिजल्ट आएगा
इलेक्शन कमीशन ने 16 अगस्त को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। राज्य में तीन फेज में वोटिंग होगी। यहां विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। बहुमत का आंकड़ा 46 है।

2014 में हुए थे आखिरी विधानसभा चुनाव
जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। तब BJP और PDP ने गठबंधन सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी। इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन (उस समय जम्मू-कश्मीर संविधान के अनुसार) रहा। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।
राष्ट्रपति शासन के बीच ही 2019 के लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें BJP भारी बहुमत के साथ केंद्र में लौटी। इसके बाद 5 अगस्त 2019 को BJP सरकार ने आर्टिकल-370 खत्म करके राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया था। इस तरह जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।

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जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव का ऐलान हुआ है। 18 सितंबर से 1 अक्टूबर के बीच 3 चरणों में मतदान होंगे। नतीजे 4 अक्टूबर 2024 को आएंगे। 2014 के मुकाबले जम्मू कश्मीर में बहुत कुछ बदल चुका है। विशेष राज्य का दर्जा देने वाला आर्टिकल 370 हटा, लद्दाख को अलग करके जम्मू-कश्मीर को केंद्रशासित प्रदेश बना दिया गया और परिसीमन के जरिए 7 सीटें बढ़ा दी गई। पूरी खबर पढ़ें…