सिवनी जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखंड घंसौर अंतर्गत आने वाला शासकीय प्राथमिक हिरनभटा स्कूल में मंगलवार दोपहर को क्षतिग्रस्त दीवार का प्लास्टर गिर गया। घटना में कोई जनहानी नहीं हुई।
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जानकारी के अनुसार स्कूल में 12 बच्चे अध्यनरत हैं। जिन्हें पढ़ानें के लिए 2 शिक्षकों की पदस्थापना है। दोपहर के समय जब बच्चे कमरे के बाहर गए हुए थे। उसी समय प्लास्टर गिरा। हादसे के दौरान कमरे में पढ़ रहे सभी 12 विद्यार्थी स्कूल में मध्याह्न भोजन के लिए कमरे से बाहर गए थे। इसी बीच छत का प्लास्टर (मलबा) कमरे में रखे बच्चों के स्कूल बस्तों के आसपास जा गिरा।
इस दौरान कक्षा पहली से पांचवीं तक अध्ययनरत सभी विद्यार्थी पूरी तरह सुरक्षित रहे। घटना की जानकारी स्कूल के शिक्षकों ने एसडीएम और बीआरसी को दी। जिसके बाद अधिकारियों ने दूसरे स्थान पर स्कूल लगाने की बात कही।
जिले में 300 से अधिक स्कूल जर्जर
गौरतलब हैं कि, जिले के 326 अत्यधिक कमजोर भवनों में प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल का संचालन हो रहा है। इन सभी भवनों में सामान्य अथवा अत्यधिक सुधार (मरम्मत) कार्य कराने की आवश्यकता है।
लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था ना होने के कारण अब भी कई कमजोर भवनाें में खतरा उठाकर विद्यार्थियों को पढ़ाने शिक्षकों को विवश हैं। इस वर्ष अति वर्षा से जिले के स्कूल भवनों की स्थिति दयनीय हो गई है।
एसडीएम बोले- दूसरे स्थान पर स्कूल लगाने की व्यवस्था करेंगे
मामले में घंसौर एसडीएम बिसन सिंह ठाकुर ने बताया कि हिरनभटा स्कूल की क्षत का प्लास्टर कमरे में गिरने की जानकारी मिली थी। जल्द ही बच्चों के उचित स्थान में बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
वहीं जिला शिक्षा केंद्र सिवनी के डीपीसी महेश बघेल ने बताया कि जिले के लगभग 326 स्कूल भवन जर्जर है। सभी जर्जर स्कूल भवनों की जानकारी राज्य शिक्षा केंद्र को दे दी गई है। यहां से सुधार कार्य के लिए राशि मिलते ही स्कूलों का सुधार कार्य के साथ नए स्कूल भवनों को निर्माण कराया जाएगा।