सुपौल के तिलयुगा नदी में अवैध खनन करते बालू माफिया।
सुपौल के नगर पंचायत निर्मली इलाके में तिलयुगा नदी में बाढ़ का स्तर घटते ही युद्ध स्तर पर अवैध बालू खनन शुरू है। नगर पंचायत निर्मली के वार्ड 12 स्थित मुक्ति धाम के पास आरसीसी पुल से पूरब सोमवार की सुबह से ही कई ट्रैक्टर के माध्यम से दर्जनों लोग अवैध बा
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बताया जा रहा है कि यहां 4-5 दिनों से अवैध बालू खनन का काम जोरो पर चल रहा है। इस होकर प्रशासनिक आलाधिकारियों की गाड़ियां भी कभी-कभार गुजरती है, लेकिन अवैध बालू खनन रोकने के उद्देश्य से प्रशासनिक स्तर से कार्रवाई की प्रक्रिया नहीं की जा रही है। लिहाजा एक तरफ बालू माफियाओं का मनोबल बढ़ता जा रहा है, दूसरी तरफ नदी की चौड़ाई बढ़ती जा रही है।
स्थानीय लोग बताते हैं कि कुछ महीने पहले ही जिला खनन विभाग के अधिकारियों के द्वारा छापेमारी कर कई ट्रैक्टरों को पकड़ा गया था और संबंधित कार्रवाई भी की गई थी। लेकिन इन दिनों विभागीय अधिकारियों की निष्क्रियता की वजह से बालू माफिया सक्रिय है। यही कारण है कि इस गोरखधंधे पर रोकथाम बेअसर साबित हो रहा है।
200 फीट से अधिक हुआ अवैध खनन
नगर पंचायत निर्मली के लोगों का कहना है कि कुछ महीने पूर्व पूर्वी रिंग बांध से सटकर गुजरने वाली तिलयुगा नदी किनारे छठ घाट के पास व्यक्तिगत काम के सिलसिले में 2-4 लोगों के द्वारा लगभग 200 फीट लंबाई और लगभग 100 फीट की चौड़ाई में बालू और मिट्टी खनन हुआ था।
इससे नदी किनारे छठ घाट की सौंदर्य भी बदल गई। विभागीय अधिकारियों से संबंधित शिकायत की गई थी। जांच टीम के पहुंचने और कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था। लेकिन विभागीय स्तर से कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर दी गई।
अधिकारी नहीं उठाते कॉल
स्थानीय लोगों का कहना है कि अवैध बालू खनन पर रोकथाम के उद्देश्य से खनन विभाग के अधिकारियों को सूचना के लिए कॉल किया जाता है। लेकिन खनन विभाग के इंस्पेक्टर के द्वारा लोगों के कॉल नहीं उठाया जाता है।