Friday, June 27, 2025
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जहां संत रहते हैं, वह स्थान तीर्थ बन जाता है: टीकमगढ़ में मोहनदास महाराज बोले- भगवान भक्तों के प्रेम से बंधे – Tikamgarh News


साकेत महोत्सव में महंत मदन मोहन दास जी महाराज सुना रहे कथा।

टीकमगढ़ में चल रहे साकेत महोत्सव में रविवार को वृंदावन धाम के महंत मदन मोहन दास जी महाराज ने संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जहां संत रहते हैं, वह स्थान तीर्थ बन जाता है।

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निर्मोही अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत मदन मोहन दास ने त्यागी जी महाराज की विशेषताओं का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि त्यागी जी महाराज कभी किसी को भूखा नहीं जाने देते थे। मंदिर में आने वाले हर व्यक्ति को भोजन कराते थे। चाहे कोई परीक्षा देकर आए या नौकरी से लौटे।

महंत जी ने कहा कि भगवान भक्तों के प्रेम से बंधे हैं। जैसे वे विदुर जी के घर केले का छिलका, कर्मा बाई की खिचड़ी और शबरी के बेर खाने गए थे। उसी तरह त्यागी जी महाराज की खीर और रसगुल्ले का प्रसाद भी स्वीकार किया होगा।

कथा में आज संतों की विशेषताएं बताईं गईं।

आज कार्यक्रम का तीसरा दिन था

धजरई धाम के महंत श्री सीताराम दास महाराज ने बताया कि पूज्य त्यागी महाराज के साकेत गमन की स्मृति में 2016 से प्रतिवर्ष यह महोत्सव मनाया जाता है। आज महोत्सव का तीसरा दिन था। 12 जून तक प्रतिदिन कथा का आयोजन होगा।

13 जून को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा। हर दिन शाम 5 बजे से लेकर रात 8.30 बजे तक कथा का आयोजन चल रहा है। आज कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाराज के दर्शन करने पहुंचे।



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