मौत के बाद हंगामा करते परिवार के लोग।
कानपुर के लालबंगला के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। परिवार के लोगों ने इलाज में लापरवाही से मौत का आरोप लागया है। इस बीच अस्पताल प्रबंधन और तीमारदारों के बीच जमकर झड़प हुई। सूचना पर जाजमऊ थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा श
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इलाज से मौत फिर विरोध पर कर्मचारियों ने डंडे से पीटा, हंगामा-बवाल
कैंट के कुरियन खपरैला में रहने वाले विकास निषाद (25) मजदूर थे। परिवार में पत्नी काजल और दो बच्चे हैं। जिनमें से एक की उम्र ढाई साल और दूसरे बच्चे की उम्र एक साल है। विकास की मौसी आशा ने बताया कि बीती 15 मार्च को विकास को तेज बुखार आने पर लाल बंगला पुलिस चौकी चौकी चौराहे पर स्थित एक नर्सिंंग होम में इलाज के लिए लेकर आये। जहां पर डॉक्टर ने बुखार के अलावा फेफड़ों में संक्रमण की बात कहकर विकास को एडमिट कर लिया था। परिजनों ने बताया कि विकास को केवल जनरल वार्ड में भर्ती किया गया। कोई सुविधा भी नहीं दी गई। सोमवार की देर शाम को विकास की मौत हो गई। इस पर डॉक्टर समेत अस्पताल के कर्मचारियों ने उसका शव बेड से उठाकर अस्पताल के परिसर में रख दिया और ले जाने की बात करने लगे।
परिजन बोले इलाज में लापरवही से मौत।
इस पर परिजनों ने विरोध किया तो कर्मचारी डंडा लेकर आ गये और मारपीट करने लगे। आरोप है कि कर्मचारियों ने डंडा लेकर उन्हें अस्पताल से बाहर खदेड़ दिया। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर हंगामा किया। मौके पर जाजमऊ के साथ ही चकेरी थाने की फोर्स और अफसर मौके पर जांच करने पहुंचे। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा दिलाकर आक्रोशित परिवारीजनों को शांत कराया। पुलिस ने शव को कांशीराम हॉस्पिटल भिजवाया लेकिन परिवार के लोग रात में दोबारा नर्सिंगहोम के बाहर शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया। मृतक के परिवारीजन हॉस्पिटल संचालक पर एफआईआर की मांग कर रहे हैं।