केंद्र सरकार ने देशव्यापी जाति आधारित जनगणना की घोषणा के बाद बिहार की राजनीति में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। चुनावी साल में यह मुद्दा सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच श्रेय की जंग में बदलता दिख रहा है।
.
हाल ही में सांसद पप्पू यादव ने एक बयान में कहा था कि राहुल गांधी की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जातीय जनगणना के मुद्दे पर झुके हैं। उन्होंने साथ ही EWS आरक्षण को 15% तक बढ़ाने की मांग भी की थी।
इस पर जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा ने शुक्रवार को शिवहर में एनडीए की संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान जोरदार पलटवार किया। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, “जब कांग्रेस ने पप्पू यादव को टिकट देकर बाद में बेदखल कर दिया, तब राहुल गांधी ने उन्हें उठाया था या झुकाया था?”
“कोई गंभीरता से नहीं लेता पप्पू यादव को”
अभिषेक झा ने पप्पू यादव के बयानों को “अवास्तविक और हास्यास्पद” बताया और कहा कि “उन्हें जनता और मीडिया कोई गंभीरता से नहीं लेता।” उन्होंने जोर देकर कहा कि देश भर में इस फैसले को लेकर खुशी और संतोष का माहौल है।
“हर वर्ग का ध्यान रखा गया है”
झा ने कहा कि केंद्र सरकार ने हर जाति और धर्म के हितों को ध्यान में रखते हुए यह ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि “इस फैसले में पप्पू यादव का भी हित छिपा हुआ है।