सिवान में एनडीए गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता की। नेताओं ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित देशव्यापी जातीय जनगणना के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सामाजिक न्याय की राजनीति का शिल्पकार बताया।
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प्रेस वार्ता में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता आशित कुमार, जदयू के अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी और राष्ट्रीय लोक मोर्चा की नेत्री स्मृति कुमुद शामिल थे। सिवान की सांसद विजयलक्ष्मी कुशवाहा भी मौजूद रहीं।
नेताओं ने बताया कि नीतीश कुमार ने 1994 में संसद में पहली बार जातीय जनगणना की मांग रखी थी। बिहार में जातीय जनगणना के समय नीतीश कुमार राजद के साथ थे। लेकिन इस पहल की मूल भावना और नेतृत्व उन्हीं का था।
भाजपा प्रवक्ता ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष जातीय जनगणना को अपनी नीति बताकर भ्रम फैला रहा है। प्रवक्ता ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष को जनहित के मुद्दों पर मौन रहने वाला बताया।
आतंकी हमले पर प्रवक्ता ने कहा कि भारत आतंक के खिलाफ लड़ाई में पीछे नहीं हटेगा। नेताओं ने कहा कि जातीय जनगणना चुनावी वर्ष में एक प्रमुख मुद्दा रहेगा। एनडीए इसे सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम मानती है।