अमृत जायसवाल। महराजगंज3 मिनट पहले
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अस्पताल में मरीज का इलाज करते डॉक्टर।
महराजगंज जिला अस्पताल में मौसम परिवर्तन का असर दिखने लगा है। अस्पताल में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। तेज बुखार, डायरिया, खांसी और उल्टी से पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं। आईसीयू में 20 गंभीर मरीज और एसएनसीयू में 22 नवजात शिशु भर्ती हैं। बच्चों और बुजुर्गों में बीमारी का असर ज्यादा है।
ओपीडी बंद होने के बाद इमरजेंसी विभाग में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। यहां दुर्घटनाग्रस्त मरीजों के अलावा बुखार, खांसी, पेट में मरोड़, ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीज भी आ रहे हैं। चिकित्सक कुछ मरीजों को दवा और ग्लूकोज देकर घर भेज रहे हैं। गंभीर मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।
कोल्हुई, हरखपुरा, पकड़ी, सिसवा, मोहनापुर, बरवा, खुटहा बाजार और लक्ष्मीपुर जैसे ग्रामीण इलाकों से भी मरीज पहुंच रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके द्विवेदी ने बताया कि सभी भर्ती मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जी मिचलाना, पेट दर्द, लूज मोशन, डिहाइड्रेशन और बुखार की स्थिति में झोलाछाप डॉक्टरों से बचें और सरकारी अस्पताल में इलाज कराएं।