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जिले में शिक्षा विभाग की तरफ से 53 नए निजी स्कूलों को प्रस्वीकृति दी गयी है। इसके साथ ही जिले में प्रस्वीकृत निजी स्कूलों की संख्या बढ़कर 375 हो गयी है। मालूम हो कि कुछ दिन पूर्व ही जिले में मानक का पालन नहीं करने वाले लगभग 107 निजी स्कूलों का आवेदन जिला व प्रखंड स्तर से रद्द कर दिया गया है। संभाग प्रभारी रीना कुमारी ने बताया कि ये वैसे निजी स्कूल हैं जो ई- संबंधन के लिए आवेदन किया था लेकिन कई जरूरी अभिलेख प्रस्तुत नहीं कर पाया। मालूम हो कि जिले के 590 स्कूलों ने ई- संबंद्धन पोर्टल पर आवेदन अपलोड किया था। उक्त आवेदन के आधार पर प्रखंड स्तर व जिला स्तर से इन निजी स्कूलों के आवेदनों की जांच की गई थी जिसमें से 107 निजी स्कूल मानक का पालन नहीं कर सके व इनका आवेदन रद्द कर दिया गया है। आवेदन रद्द होने वाले स्कूल मानक का पालन नहीं कर रहे थे। कहीं प्रशिक्षित शिक्षक नहीं हैं तो कहीं आधारभूत संरचना की कमी है। कई स्कूलों में मानक के अनुरूप शिक्षक नहीं हैं तो कहीं बालक-बालिकाओं के लिए अलग शौचालय की भी व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की जा सकी है। मालूम होकि निजी स्कूलों की मनमानी व लापरवाही लगातार सामने आ रही है। नया मामला ट्रेंड शिक्षकों से संबंधित फर्जीवाड़े से है। इसको लेकर आवेदन के आलोक में शिक्षा विभाग जांच टीम का भी गठन कर रह रही है। डीपीओ समग्र शिक्षा अभियान शुभम कसोधन ने बताया कि कुछ स्कूलों को लेकर शिकायत है जिसके आलोक में जांच हो रही।