उल्लास परीक्षा में बैठी महिलाएं।
हरियाणा के जींद में 15 से 80 साल की उम्र तक के शिक्षार्थियों के लिए आज उल्लास के दूसरे फेज की परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इसमें 15 साल से 80 साल की उम्र तक के करीब 10 हजार शिक्षार्थी भाग लेने का अनुमान है। जिले भर में 317 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की सिफारिशों के अनुसार भारत सरकार ने 2022 से पांच साल की अवधि के लिए न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम नामक उल्लास नामक केंद्र प्रायोजित योजना शुरू की थी। इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी लोगों को सशक्त बनाना है, जिन्हें खुद को शिक्षित करने का अवसर नहीं मिला है।
जींद जिले के एक गांव में सर्वे कर रही टीम।
वालंटियर शिक्षक कर रहे सर्वे, घर जाकर पढ़ा रहे
यह न केवल शिक्षार्थियों को पढऩे, लिखने और संख्यात्मक कौशल प्राप्त करने की अनुमति देता है, बल्कि आजीवन सीखने को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें महत्वपूर्ण जीवन कौशल की समझ के साथ समृद्ध भी करता है। इसी के तहत सभी के लिए शिक्षा लक्ष्य को ध्यान में रखते वालंटियर शिक्षक सर्वे कर रहे हैं और घरों में ही शिक्षार्थी को पढ़ा रहे हैं।
विभाग की ओर से पिछले साल सितंबर माह में पहले चरण की परीक्षा जिले के सभी 724 राजकीय स्कूलों में 15 से 80 वर्ष आयु तक के शिक्षार्थियों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में 18 हजार 295 शिक्षार्थी उत्तीर्ण हुए थे। अब दूसरे चरण की परीक्षा आज होगी।

सर्वे के दौरान महिलाओं को उल्लास योजना के बारे में बताते टीम सदस्य।
नवभारत साक्षरता मिशन के जिला समन्वयक विक्रम भारद्वाज ने कहा कि उल्लास योजना के तहत विभाग की ओर से 44 हजार 800 से अधिक व्यस्कों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। 30 मार्च को दूसरे चरण की परीक्षा करवाई जाएगी। इसके लिए जिले में 317 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा में 15 साल से ज्यादा उम्र के लगभग दस हजार व्यस्क भाग लेंगे।