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मैट्रिक 2025 का रिजल्ट जारी होने के बाद प. सिंहभूम जिले की रैंकिंग पूरे राज्य में सबसे निचले पायदान पर रही। ऐसे में स्कूल से लेकर पूरे सिस्टम पर सवाल उठा। अब स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने जिले के उपायुक्त व जिला शिक्षा पदाधिकारी से 19 जून तक खराब प्रदर्शन वाले स्कूलों की रिपोर्ट मांगी है।
हैरानी की बात ये कि प. सिंहभूम के बंदगांव के बीहड़ में मौजूद उत्क्रमित हाईस्कूल सोंगरा का नाम झारखंड के सात उन स्कूलों में शामिल है, जिनके सभी स्टूडेंट मैट्रिक में फेल हैं। ऐसे में दैनिक भास्कर ने उस स्कूल के साथ अन्य दो स्कूलों की पड़ताल की। जिसमें चौंकाने वाले सीन दिखे। सोंगरा स्कूल की तो गजब कहानी है, इस स्कूल में एक ही शिक्षक है और 2025 में एक ही स्टूडेंट ने मैट्रिक की परीक्षा दी। वह भी फेल है।अब यह स्कूल राज्य के अन्य सात जीरो रिजल्ट स्कूलों की सूची में है।
^शिक्षकों की कमी है। वर्तमान में 739 कार्यरत व विभिन्न विषयों के 658 पद शिक्षक विहीन है। करीब 45 फीसदी से ज्यादा शिक्षकों के पद रिक्त हैं। काफी संख्या में जिले से शिक्षकों का स्थानांतरण अन्यत्र हो गया, लेकिन उसे अनुपात में शिक्षक वापस इस जिले को नहीं मिले। समीक्षा के बाद स्थिति दुरुस्त की जाएगी। – टोनी प्रेम राज टोप्पो, डीईओ, पश्चिमी सिंहभूम, चाईबासा।