रविवार से जून शुरू हो गया। यह गर्मी, उमस और बारिश के मिले- जुले मौसम का महीना है। सामान्यतः जून में ही मानसून भी दस्तक देता है। इस बार समय से 8 दिन पहले मानसून केरल और 10 दिन पहले मुंबई पहुंच चुका था। इसके बाद यह अटक गया।
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पिछले 11 साल में मानसून के आने (ऑन सेट) का ट्रेंड भी अच्छा है। इन 11 वर्षों में सिर्फ 2014 में ही ऐसा हुआ जब मानसून 17 दिन की देरी से पहुंचा था। बाकी हर साल तय समय या उसके 1 हफ्ते के भीतर ही मानसून ने दस्तक दी है। इस महीने में सामान्य बारिश 132.8 मिमी होनी चाहिए। इस बार ट्रेंड में कुछ बदलाव होने की संभावना है।
सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। दिन का तापमान सामान्य या उससे कम रह सकता है। इसका मतलब यह है कि जून में लू चलने की संभावना बहुत कम है। भोपाल में जून की बारिश का ट्रेंड भी बेहतर है। 5 साल पहले एक दिन में ही महीने की जरूरत की बारिश हो गई थी। 10 साल में जून में पांच बार भीषण गर्मी भी पड़ी। – डॉ दिव्या ई सुरेंद्रन, फोरकास्ट ऑफिसर, मौसम केंद्र भोपाल
तापमान में मामूली इजाफा: रविवार को दिन और रात के तापमान में मामूली इजाफा हुआ। दिन का तापमान 37.4 डिग्री दर्ज किया गया। इसमें सिर्फ 0.4 डिग्री की बढ़ोतरी हुई। इसके बावजूद यह सामान्य से 3.8 डिग्री कम रहा।
किस हफ्ते, कैसे मौसम के आसार
- पहला हफ्ता: इस हफ्ते प्री मानसून गतिविधि बढ़ सकती है। बादल छाने, एक-दो दिन तेज हवा और अंत में गरज चमक की संभावना है। दिन का पारा सामान्य के आसपास रह सकता है।
- दूसरा हफ्ता: इस हफ्ते प्री मानसून गतिविधि में कमी थोड़ी आ सकती है। दिन में गर्मी और नमी बढ़ने के कारण उमस बढ़ सकती है। 2-3 दिन तेज हवा या आंधी चल सकती है।
- तीसरा हफ्ता: इस हफ्ते में भी प्री मानसून गतिविधि में कमी आ सकती है। 2 या 3 दिन रात का तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक हो सकता है। दिन में उमस बढ़ने की संभावना है।
- चौथा हफ्ता: इसमें मानसूनी हवाओं का जोर रह सकता है। मानसून की दस्तक के बाद यदि मौसमी सिस्टम सक्रिय रहे तो इस आखिरी हफ्ते में भी 2 या 3 दिन तेज बारिश हो सकती है।