Saturday, April 19, 2025
Saturday, April 19, 2025
Homeबिजनेसजेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर एक साल में 85% गिरा: प्रमोटर्स पर...

जेनसोल इंजीनियरिंग का शेयर एक साल में 85% गिरा: प्रमोटर्स पर ₹262 करोड़ की हेराफेरी का आरोप; SEBI ने डायरेक्टर पद से हटाया


मुंबई7 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

SEBI के एक्शन के बाद जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड का शेयर बुधवार को 5% गिरावट (लोअर सर्किट) के साथ 122.68 रुपए पर आ गया। कंपनी का शेयर इस साल अब तक 85% से ज्यादा गिर चुका है।

दरअसल SEBI ने 15 अप्रैल को जेनसोल इंजीनियरिंग के प्रमोटर्स अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी पर कंपनी का डायरेक्टर पद छोड़ने और शेयर बाजार में ट्रेडिंग पर बैन लगाने का आदेश दिया था।

प्रोमेटर्स भाइयों पर कंपनी के उधार लिए हुए 262 करोड़ रुपए अपने निजी खर्चों के लिए इस्तेमाल करने का आरोप है।

5 पॉइंट में समझिए पूरा मामला

  • जेनसोल ने IREDA और PFC से 2021 से 2024 के बीच 978 करोड़ रुपए का टर्म लोन लिया। इसमें से 664 करोड़ रुपए से 6,400 इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) खरीदना था, जिन्हें ब्लूस्मार्ट को लीज पर देना था।
  • इस खरीदारी में कंपनी को अपनी तरफ से भी 20% मार्जिन (166 करोड़ रुपए) लगाना था। इस तरह, कुल 830 करोड़ रुपए EV खरीदने में खर्च होने थे।
  • फरवरी 2025 तक जेनसोल ने सिर्फ 4,704 EV ही खरीदे, जिनकी कीमत 568 करोड़ रुपए थी। यानी, 262 करोड़ रुपए का हिसाब गायब हो गया।
  • SEBI की जांच में पता चला कि जेनसोल ने EV सप्लायर गो-ऑटो को ये पैसे ट्रांसफर किए, फिर गो-ऑटो ने यह पैसा वापस जेनसोल या उससे जुड़ी कंपनियों (रिलेटेड पार्टीज) में भेज दिया।
  • जग्गी ब्रदर्स ने इस पैसे का इस्तेमाल लग्जरी आइटम खरीदने, फ्लैट खरीदने, गोल्फ कोर्स बनवाने और अन्य निजी खर्चों को पूरा करने के लिए किया।

अब समझिए कैसे हुई पैसे की हेरा-फेरी

  • SEBI ने जांच में करोड़ों रुपए की हेराफेरी का खुलासा किया है। जेनसोल ने 2022 में IREDA के लोन का एक हिस्सा गो-ऑटो से कैपब्रिज (जेनसोल की रिलेटेड कंपनी) को ट्रांसफर किया गया।
  • कैपब्रिज ने इस पैसे से 42.94 करोड़ रुपए DLF को गुड़गांव के ‘द कैमेलियास’ प्रोजेक्ट में लक्ज़री फ्लैट खरीदने के लिए दिए। फिर यह फ्लैट जग्गी भाइयों की एक फर्म के नाम कर दिया गया।
  • सेबी ने एक और कंपनी वेलफ्रे सोलर इंडस्ट्रीज का नाम उजागर किया, जिसे जेनसोल ने 424.14 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। इसमें से 382.84 करोड़ रुपए अन्य कंपनियों में भेजे गए।
  • 382.84 करोड़ में से 246.07 करोड़ रुपए सीधे जेनसोल की रिलेटेड कंपनी को वापस भेज दिए गए। जिसमें प्रमोटर अनमोल जग्गी को 25.76 करोड़ और पुनीत जग्गी को 13.55 करोड़ रुपए मिले।

कहां खर्च किए हेराफेरी के पैसे

SEBI ने जग्गी भाइयों के बैंक स्टेटमेंट्स का एनालिसिस कर निजी खर्चों की पूरी लिस्ट जारी की है।

  • 26 लाख रुपए गोल्फ सेट (टेलरमेड) बनवाया
  • 6.2 करोड़ रुपए मां जस्मिंदर कौर को दिए
  • 2.99 करोड़ रुपए पत्नी मुग्धा कौर जग्गी को दिए
  • 1.86 करोड़ रुपए से विदेशी करेंसी खरीदी
  • 17.28 लाख रुपए से टाइटन कंपनी से (ज्वैलरी/वॉच) की शॉपिंग
  • 11.75 लाख रुपए DLF होम्स (पर्सनल) में इन्वेस्ट किए
  • 3 लाख रुपए मेक माय ट्रिप (हॉलिडे) पर खर्च किए

SEBI बोली- प्रमोटर्स ने कंपनी को अपनी प्रॉपर्टी समझ लिया

SEBI ने अपने ऑर्डर में कहा जेनसोल में कॉर्पोरेट गवर्नेंस पूरी तरह फेल हो गया। प्रमोटर्स ने इस लिस्टेड कंपनी को अपनी प्रॉपर्टी समझ लिया था। कंपनी का पैसा रिलेटेड पार्टीज में घुमाकर निजी जरूरतों पर उड़ाया गया। इसका नुकसान निवेशकों को उठाना पड़ेगा।

खबरें और भी हैं…



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular