मुंबई7 मिनट पहले
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मुंबई बेस्ड जेसन्स इंडस्ट्रीज ने IPO के माध्यम से फंड जुटाने के लिए स्टॉक मार्केट रेगुलेटर SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) फाइल किया है। 5 रुपए के फेस वैल्यू वाले इस इनिशियल पब्लिक ऑफर के लिए कंपनी 300 करोड़ के फ्रेश शेयर इश्यू करेगी।
वहीं, कंपनी के प्रमोटर धीरेश शशिकांत गोसालिया ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए के जरिए 94.6 लाख शेयरों को बेचेंगे। इसके साथ ही गोसालिया फैमिली के मालिकाना हक जेसंस इंडस्ट्रीज IPO राउंड में 60 करोड़ रुपए जुटा सकती है।
इक्विटी शेयरों को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में लिस्ट कराने का प्रस्ताव है। हालांकि, अभी SEBI से अप्रूवल मिलना बाकी है।
पेंट, पैकेजिंग, फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग सहित अलग-अलग सेक्टर्स में सर्विस देती है कंपनी
जेसन्स इंडस्ट्रीज भारत में सेल्स वैल्यू के मामले में पेंट सेक्टर के लिए कोटिंग इमल्शन, टेप और लेबल सेगमेंट में वॉटर-बेस्ड प्रेशर सेंसिटिव एडहेसिव्स के बड़े मैन्युफैक्चरर्स में से एक है। टेप और लेबल के लिए वॉटर बेस्ड प्रेशर सेंसिटिव एडहेसिव्स के मामले में भारत में कंपनी की 35% हिस्सेदारी है।
जेसन्स इंडस्ट्रीज पेंट, पैकेजिंग, फर्नीचर मैन्युफैक्चरिंग, कंस्ट्रक्शन, टाइल्स, टेक्सटाइल, लेदर केमिकल्स, कार्पेट केमिकल्स और पेपर केमिकल्स जैसे अलग-अलग सेक्टर्स में सर्विस देती है।
DRHP क्या होता है?
DRHP वो डॉक्यूमेंट होते हैं जिसमें IPO की योजना बनाने वाली कंपनी के बारे में आवश्यक जानकारी रहती है। इसे सेबी के पास दाखिल किया जाता है।
इसमें कंपनी के फाइनेंस, इसके प्रमोटर, कंपनी में इन्वेस्ट करने के जोखिम, फंड जुटाने के कारण, फंड का उपयोग कैसे किया जाएगा, अन्य बातों के साथ महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाती हैं।
IPO क्या होता है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।