सरकार के विरोध में मांगों को लेकर प्रदर्शन करती आंगनवाड़ी वर्कर्स।
झज्जर में आज आंगनवाड़ी वर्कर्स ने तीन दिन के लिए मांगों को लेकर धरना शुरू कर दिया है। वर्कर्स ने सरकार को मांगें पूरी करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। मांगें पूरी नहीं हुई तो तीन दिन के बाद आंगनवाड़ी केंद्र पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया जा
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अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक बार फिर जिलाभर की आंगनवाड़ी वर्करज लघु सचिवालय में एकत्रित हुई और सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाकर जमकर नारेबाजी की। आंगनवाड़ी वर्करों के इस धरने-प्रदर्शन का नेतृत्व जिला प्रधान बालेश जाखड़ ने किया। इस दौरान बालेश जाखड़ ने सरकार पर आंगनवाड़ी वर्करों के साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सभी आंगनवाड़ी वर्करों से ऑनलाईन काम लिया जाता है। जिसके लिए सरकार ने सभी को मोबाईल फोन दे रखे है। लेकिन सरकार ने जो मोबाईल फोन आंगनवाड़ी वर्करों को दे रखे हैं वह गुणवत्ता के हिसाब से काफी खराब हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के संज्ञान में भी है कि जो मोबाईल फोन वर्करों के पास हैं उन पर ऑनलाईन काम करना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है।
उन्होंने यह भी कहा कि ऑनलाईन काम करने के दौरान सभी को कोशन ट्रेकर पर काम करना पड़ता है। जिसका वर्जन भी आए दिन बदलता रहता है। सरकार द्वारा दिए गए इस मोबाईल फोन पर ऑनलाईन काम करना परेशानी भरा है। जब सरकार के संज्ञान में यह मामला लाया गया तो उलटा सरकार ने सभी का मार्च माह का वेतन ही रोक डाला।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार द्वारा आंगनवाड़ी सेंटरों पर जो राशन भेजा जाता है वह उस दौरान भेजा जाता है। जबकि उसकी एक्सपायरी डेट काफी नजदीक होती है। लेकिन सरकार द्वारा इस ओर कतई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जाखड़ ने आंगनवाड़ी वर्करों की तरफ से मांग कि कि सरकार उन्हें कुशल और अर्द्धकुशल श्रेणी में रखे। इसके अलावा सभी ने अपना न्यूनतम वेतन 26 हजार रूपए किए जाने की भी मांग की।