झांसी जिला अस्पताल की इमरजेंसी
झांसी के जिला अस्पताल में होली की छुट्टी के दिन भी बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे हैं। ऐसे में डॉक्टर ने कई मरीजों को प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया तो अधिकांश मरीजों को भर्ती करना पड़ा है। इनमें वह मरीज अधिक रहे, जिन्हें खानपान की चीजों से समस्या हुई है
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जिला अस्पताल की इमरजेंसी में दोपहर से ही मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। हालांकि जिला अस्पताल प्रबंधन ने त्योहार को देखते हुए पहले से ही सभी व्यवस्थाएं कर रखी थीं। जिला अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार दोपहर 2 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक यहां 43 मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे। इनमें अधिकांश मरीज फूड पॉइजनिंग से पीड़ित थे। हालांकि, इनकी स्थिति गंभीर नहीं थी। ऐसे में डॉक्टर ने इंजेक्शन और दवाई देकर उनकी हालत में सुधार होने पर 31 को घर भेज दिया। वहीं, 12 मरीजों की हालत में सुधार नहीं दिखने पर उन्हें भर्ती करना पड़ा। इनमें महिलाएं अधिक रहीं।
इमरजेंसी में तैनात रहे 12 स्वास्थ्य कर्मी
जिला अस्पताल की इमरजेंसी में होली के त्योहार को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने शुक्रवार को 12 स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही 2 विशेष चिकित्सक भी तैनात किए हैं। इसके अलावा अप्रिय स्थिति होने पर ट्रामा और हड्डी रोग विशेषज्ञ को ऑन कॉल रखा गया था।
होली के दौरान जख्मी भी पहुंचे
कई युवक होली खेलने के दौरान आपस में झगड़ा कर जख्मी हुए हैं। ऐसे में जब मामला पुलिस के पास पहुंचा तो वह उन्हें लेकर मेडिकल परीक्षण के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। यहां 2 युवकों का मेडिकल परीक्षण भी पुलिस ने कराया।
सभी व्यवस्था दुरुस्त
जिला अस्पताल के मंडलीय प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर प्रमोद कुमार कटियार ने बताया कि होली के त्योहार को देखते हुए अस्पताल की सभी सेवाओं को एक्टिव मोड पर रखा गया है। इसके अलावा इमरजेंसी में 2 डॉक्टर के साथ स्टाफ को तैनात किया गया है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल तैयार है।