नवादा में अवैध नर्सिंग होम और झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही से मरीज की जान चली गई। तेतरिया बेलदरिया गांव के कृष्ण मांझी(30) को बुखार था। चार दिन से बीमार कृष्ण को परिवार वाले डॉक्टर प्रवीण के निजी क्लिनिक ले गए। डॉक्टर ने मरीज को इंजेक्शन दिया। इसके ब
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इसी दौरान मरीज की मौत हो गई। डॉक्टर ने परिवार को बहला-फुसलाकर सदर अस्पताल भेज दिया और क्लिनिक बंद कर फरार हो गया।
डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप
अस्पताल में डॉक्टरों ने कृष्ण को मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटा और एक बेटी हैं। परिवार का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही से कृष्ण की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, नवादा में यह पहली घटना नहीं है। अक्सर ऐसी घटनाएं होती हैं। अधिकारी कार्रवाई करते हैं और कुछ दिनों के लिए क्लिनिक सील कर देते हैं।
स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से ये डॉक्टर दूसरे स्थान पर दूसरे नाम से फिर क्लिनिक शुरू कर देते हैं। जिले में कई जगह बिना लाइसेंस के नर्सिंग होम और क्लिनिक चल रहे हैं। इनमें अल्ट्रासाउंड सेंटर भी शामिल हैं।