बुरहानपुर के नेपानगर स्थित में नेपा लिमिटेड चिकित्सालय ने टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत टेस्ट किए गए। शनिवार को आयोजित शिविर में मिल कर्मचारियों और नागरिकों की पीएफटी स्क्रीनिंग की गई। चिकित्सालय के उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार झंझडीवाल क
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डॉ. झंझडीवाल ने टीबी से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि खांसी और बलगम के दौरान मुंह पर रुमाल का प्रयोग करें और बलगम को ब्लीचिंग पाउडर या राख में थूकें। साथ ही, टीबी के 10 प्रमुख लक्षणों में से किसी एक के दिखने पर तुरंत जांच कराने की सलाह दी। विशेष रूप से 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों और मधुमेह के रोगियों को नियमित जांच की सलाह दी गई।
टीबी मुक्त करने के लक्ष्य का हिस्सा जन संपर्क अधिकारी संदीप ठाकरे ने बताया कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने के लक्ष्य का हिस्सा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा 9 सितंबर 2022 को शुरू किए गए इस अभियान में नेपा लिमिटेड सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
मरीजों का स्पाइरोमेट्री टेस्ट किया शिविर में सिप्ला के क्षेत्रीय प्रबंधक नवनीत कुशवाह और एरिया मैनेजर जावेद सैफी ने मरीजों का स्पाइरोमेट्री टेस्ट किया। 7 दिसंबर 2024 से 17 मार्च 2025 तक चलने वाले इस सौ दिवसीय अभियान में डॉ. राजश्री मोरे सहित चिकित्सा टीम के अन्य सदस्यों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। डॉ. झंझडीवाल ने सभी को टीबी मुक्त भारत की शपथ दिलाई और अधिक से अधिक निश्चय मित्र बनने के लिए प्रेरित किया।