औरंगाबाद में शुक्रवार को टेंट कारोबारी का अपहरण कर लिया गया। स्कॉर्पियो सवार 5 अपराधियों ने सुनसान जगह पर कारोबारी की बाइक को ओवरटेक किया। उनकी बुरी तरह से पिटाई की। जब वे बेहोश हो गए तो उन्हें स्कॉर्पियो में डाल दिया और 15 किमी दूर रफीगंज के कियाखाप
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वहां कारोबारी को होश आया तो पहले विदेशी शराब मंगवाई। कारोबारी को पीने के लिए बोला गया। पीड़ित ने कहा कि मैं शराब नहीं पीता हूं। काफी दबाव बनाने पर पीड़ित ने शराब पी ली। जब नशे में कारोबारी आ गए तो फिर से बंद कमरे में उनकी पिटाई की।
अधमरा होने पर अपराधियों ने घर वालों को फोन कर 1 लाख मंगवाने के लिए कहा। पीड़ित ने अपनी मां को फोन कर सारी बात बताई। मां एक घंटे में घर में रखा 70 हजार रुपए लेकर पहुंची। अपराधियों ने 70 हजार और पीड़ित के बैग में रखे 30 हजार रुपए ले लिए। सोने की चेन भी छीन ली। मां को दो थप्पड़ मारे और कारोबारी के मुंह पर पेशाब कर दिया। घटना ओबरा के परसा गांव के पास की है।
पीड़ित ने कहा,
घर से खाना खाकर सिमरी गांव जा रहे थे। इसी दौरान एक कार मेरे सामने आई। मुझे दमभर मारा। हेलमेट से बहुत पीटा। मैं बेहोशी की हालत में आ गया था। चेन छीन ली। मारने वाला अनिल यादव था।

घर से 1 किमी दूर अपराधियों ने घेरा
पीड़ित की पहचान ओबरा थाना निवासी अमित कुमार (काल्पनिक नाम) के रूप में हुई है। जो शुक्रवार दोपहर अपने घर से किसी जरूरी काम के लिए निकले थे। उन्हें अपने घर से 3 किमी दूर जाना था। वे बाइक से चल रहे थे। उन्होंने 2 किमी की दूरी तय की होगी। जिसके बाद कार सवार अपराधियों ने उन्हें घेर लिया।
अपराधियों से छुड़ाकर मां बेटे को सदर अस्पताल ले गई
अपराधियों को फिरौती के रुपए देने के बाद मां अपने बेटे अमित को लेकर औरंगाबाद सदर अस्पताल पहुंची। वहां पीड़िता का करीब एक घंटे तक इलाज चला। जिसके बाद वे अपने घर चले गए। पीड़ित के बॉडी पर चोट के निशान अभी देखे जा सकते हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही नगर थाना पुलिस सदर अस्पताल पहुंची। मां और बेटे का बयान लेकर आगे की कार्रवाई में जुट गई है।

सदर अस्पताल में पीड़ित का चल रहा इलाज।
रफीगंज थाना अध्यक्ष शंभू कुमार ने कहा,

किसी ने भी घटना से संबंधित कोई भी जानकारी नहीं दी है। मामले की छानबीन की जा रही है।
नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया,

जख्मी युवक का फर्द बयान लिया गया है। आगे की कार्रवाई के लिए बयान रफीगंज थाना को भेजा जाएगा।