सड़क किनारे दुकान लगाने वालों के खिलाफ चलाया अभियान।
बिलासपुर में नगर निगम ने टैक्स जमा नहीं करने वालों पर सख्ती दिखाई है। पहली बार बड़ी कार्रवाई करते हुए सालों से संपत्ति समेत अन्य टैक्स नहीं पटाने पर निगम ने केसरी पाइप फैक्ट्री को सील कर दिया है।
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वहीं, कब्जामुक्त सड़क के लिए गांधी चौक से जगमल चौक तक नगर निगम अतिक्रमण शाखा की टीम ने कार्रवाई करते हुए 3 ट्राली सामान जब्त की। इस कार्रवाई के दौरान सामानों की जब्ती बनाने पर दयालबंद में जमकर विवाद हुआ।
दयालबंद में सड़क पर छड़ रखने पर सलूजा स्टील पर 25 हजार जुर्माना भी किया गया।
दरअसल, निगम कमिश्नर अमित कुमार ने ऐसे सभी बड़े बकायादारों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने सालों से टैक्स ही जमा नहीं किया है। वित्तीय वर्ष के अंतिम तारीख तक बकाया राजस्व तेजी से वसूलने और लक्ष्य पूरा करने को कहा है।
निगम कमिश्नर के निर्देश के बाद वसूली में लगे राजस्व विभाग ने सिर्फ फरवरी माह में ही 4 करोड़ 74 लाख 32 हजार रुपए की वसूली की है और मार्च महीने में 1 से 5 मार्च तक 2 करोड़ 2 लाख 81 हजार रुपए राजस्व वसूला है।
वित्तीय वर्ष की समाप्ति में अभी 25 दिन बाकी हैं। हालांकि टारगेट के हिसाब से वसूली नहीं हो पा रही है।
नगर निगम ने यातायात व्यवस्था बनाने हटाए अतिक्रमण।
केसरी पाइप फैक्ट्री को किया सील
टिकरापारा स्थित केसरी पाइप फैक्ट्री का 2016-17 से अब तक 33 लाख 84 हजार 354 रुपए राजस्व बकाया था। कई बार नोटिस देने के बावजूद फैक्ट्री के संचालक ने ध्यान नहीं दिया ना ही बकाया राशि जमा की गई।
नोटिस के बावजूद बकाया राशि जमा नहीं करने पर निगम कमिश्नर अमित कुमार ने फैक्ट्री को सील करने के निर्देश दिए। जिस पर गुरुवार को अतिक्रमण और राजस्व अमले ने केसरी पाइप फैक्ट्री को सील कर दिया।

नगर निगम की कार्रवाई का विरोध करते हुए लोगों ने मचाया हंगामा।
अतिक्रमण हटाने पर जमकर मचाया बवाल
इधर, शहर की सड़कों पर दुकान संचालकों और ठेले वालों का कब्जा रहता है। इसके चलते सड़कें सकरी हो गई हैं। इससे ट्रैफिक भी बाधित होता है। निगम कमिश्नर अमित कुमार के निर्देश पर गुरुवार को नगर निगम अतिक्रमण शाखा और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की।
कार्रवाई गांधी चौक से शुरू हुई, जो जगमल चौक तक चली। इस दौरान दयालबंद में जमकर विवाद हुआ। दयालबंद में सलूजा स्टील द्वारा सड़क पर कब्जा करते हुए छड़ रख दी गई थी। इसके चलते ट्रैफिक बाधित हो रहा था।
इस पर निगम ने सख्ती दिखाते हुए संचालक पर 25 हजार का जुर्माना किया। इसके बाद निगम ने पुराना बस स्टैंड, तेलीपारा, शनिचरी समेत अन्य जगहों में जाकर ट्रैफिक बाधित करने वाले ठेले को जब्त किया। अतिक्रमण शाखा प्रभारी प्रमिल शर्मा और शिव जायसवाल का कहना है कि अभी कार्रवाई अलग-अलग जगहों पर चलेगी।