6 मिनट पहले
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ओशनिया महाद्वीप में स्थित टोंगा के पास रविवार शाम 7.1 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया। इसके बाद देश के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई। अब तक किसी नुकसान की सूचना नहीं मिली है।
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार, भूकंप मुख्य द्वीप से करीब 100 किमी (62 मील) उत्तर-पूर्व में आया। प्रशांत महासागर सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा कि भूकंप के केंद्र से 300 किमी (185 मील) के दायरे में खतरनाक लहरें उठ सकती हैं।
टोंगा एक द्वीप देश है, जिसमें 171 द्वीप शामिल हैं और यहां करीब 1 लाख लोग रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर मुख्य द्वीप टोंगाटापू पर बसते हैं। यह ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट से 3,500 किमी (2,000 मील) दूर स्थित है।

शुक्रवार को म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप में 1600 से ज्यादा जानें गईं
म्यांमार में शुक्रवार सुबह 11:50 बजे 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद भारी तबाही हुई। इस भूकंप के झटके थाईलैंड, बांग्लादेश, चीन और भारत तक महसूस किए गए थे। म्यांमार और थाईलैंड में यह 200 साल का सबसे बड़ा भूकंप था। CNN ने एक जियोलॉजिस्ट के हवाले से बताया है कि इस भूकंप का असर 334 एटॉमिक बम में ब्लास्ट के बराबर था।
न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक शनिवार तक मरने वालों का आंकड़ा 1644 हो चुका है, जबकि 3,408 से ज्यादा लोग घायल हुए और 139 लोग लापता हैं। उधर, थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक 30 मंजिला इमारत गिर गई। इसमें 17 लोगों की मौत हुई है। मौत का आंकड़ा 10 हजार से ज्यादा हो सकता है। यह आशंका यूनाइटेड स्टेट जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने जताई।
म्यांमार में रविवार दोपहर 2:30 बजे करीब एक बार फिर भूकंप आया। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.1 मापी गई। इस तरह बीते 3 दिन में 5 से ज्यादा तीव्रता वाले 4 भूकंप आए हैं। भूकंप का केंद्र म्यांमार के मांडले से लगभग 17 मील (27 KM) उत्तर में था।