वॉशिंगटन8 मिनट पहले
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उन्हें भारत-पाकिस्तान जंग को रोकने का क्रेडिट नहीं मिला।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रोकने में बड़ी भूमिका निभाई थी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच तनाव इतना बढ़ गया था कि वे परमाणु जंग के बहुत करीब पहुंच गए थे।
ट्रम्प ने शुक्रवार को फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में ये बातें कही। उन्होंने कहा कि हालात बहुत गंभीर हो गए थे। अगला कदम क्या होता, आप जानते हैं… ‘N वर्ड’। यानी न्यूक्लियर वॉर।
विदेश नीति की सफलताओं पर ट्रम्प ने कहा कि भारत-पाकिस्तान जंग को रोकना उनकी सबसे बड़ी सफलताओं में से एक है। हालांकि उन्हें इसका क्रेडिट नहीं मिला।

ट्रम्प बोले- शांति के लिए बिजनेस का इस्तेमाल कर रहा
ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों को जंग रोकने के बदले उनके साथ ट्रेड करने का प्रस्ताव रखा था। अब मैं बिजनेस का इस्तेमाल हिसाब चुकता करने और शांति स्थापित करने के लिए कर रहा हूं।
ट्रम्प के भारत-पाक सीजफायर पर 5 पुराने दावे
पहला: 10 मई- सीजफायर पर पहला बयान, जंग रोकने का दावा किया
भारत और पाकिस्तान सीजफायर के लिए राजी हो गए हैं। मैं दोनों देशों को कॉमनसेंस, समझदारी से भरा फैसला लेने के लिए बधाई देता हूं।
दूसरा: 11 मई- कश्मीर मुद्दे पर हल निकालने की कोशिश करूंगा
मुझे भारत और पाकिस्तान की मजबूत लीडरशिप पर बहुत गर्व है, जिन्होंने ताकत, समझदारी और हिम्मत दिखाकर यह फैसला लिया कि अब मौजूदा तनाव को रोकने का समय है। यह तनाव लाखों लोगों की मौत और तबाही का कारण बन सकता था।
तीसरा: 12 मई- मैंने भारत-PAK के बीच परमाणु जंग रोकी
मैंने परमाणु जंग रोक दी है। अमेरिका ने दोनों देशों के बीच सीजफायर कराने में मदद की है। मुझे यकीन है कि यह सीजफायर स्थायी होगा। दोनों देशों के पास बहुत सारे परमाणु हथियार हैं, इससे एक भीषण परमाणु जंग छिड़ सकती थी।
चौथा: 13 मई- सीजफायर के लिए बिजनेस का इस्तेमाल किया
दोनों देशों के बीच सीजफायर में मध्यस्थता के लिए मैंने काफी हद तक बिजनेस का इस्तेमाल किया। मेरा सबसे बड़ा सपना शांति स्थापित करने का है। मैं विभाजन नहीं, एकता चाहता हूं।
पांचवां: 15 मई- सीजफायर नहीं कराया, सिर्फ मदद की
मैंने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता नहीं कराई, लेकिन मैंने मदद की है। मैं ये नहीं कहता कि ये मैंने किया, लेकिन ये पक्का है कि पिछले हफ्ते भारत-पाकिस्तान के बीच जो हुआ, मैंने उसे सेटल करने में मदद की।

डोनाल्ड ट्रम्प ने 15 मई को दोहा में अल उदीद एयरबेस पर अमेरिकी सैनिकों को संबोधित करते हुए माना था कि उन्होंने सीजफायर नहीं कराया, इसके लिए मदद की।
ट्रम्प फिर बोले- भारत टैरिफ में 100% कटौती करेगा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज पर ही शुक्रवार को दावा किया कि भारत, अमेरिकी चीजों पर 100 प्रतिशत टैरिफ में कटौती करने को तैयार है। ट्रम्प ने फॉक्स न्यूज के इंटरव्यू में दावा किया कि भारत और अमेरिका के बीच एक ट्रेड डील होने वाली है। वे इसमें कोई जल्दबाजी नहीं करने जा रहे हैं।
ट्रम्प ने कहा- अमेरिका के साथ 150 देश डील करना चाहते हैं, साउथ कोरिया भी डील करना चाहता है। हम सबके साथ तो डील नहीं कर सकते।
ट्रम्प ने ट्रेड डील के लिए लिमिट तय करने की भी बात कही। ट्रम्प ने फिर से भारत को दुनिया के सबसे ज्यादा टैरिफ लेने वाले देशों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि भारत में व्यापार करना लगभग असंभव है, लेकिन भारत, अमेरिका के लिए टैरिफ हटाने को तैयार है।
इससे पहले ट्रम्प ने 14 मई को भी ऐसा ही दावा किया था। ट्रम्प ने कहा था-

भारत ने अमेरिका को ट्रेड में जीरो टैरिफ डील की पेशकश की है। भारत हमसे ट्रेड में कोई चार्ज नहीं लेने को तैयार है।
इसके जवाब में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता चल रही है। ये जटिल क्रिया है। जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाता, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता।
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