शहर के शीतला माता बाजार में लंबे समय से बनी ट्रैफिक समस्या को हल करने के लिए व्यापारियों ने एकजुट होकर कदम उठाए हैं। व्यापारियों ने निश्चय किया है कि वे अपनी और अपने स्टाफ की गाड़ियां पार्किंग में खड़ी करेंगे, जिससे ग्राहकों के लिए दुकानों के बाहर जग
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इसके साथ ही व्यापारियों ने ट्रैफिक एसीपी से मुलाकात कर बाजार में ई-रिक्शा, रिक्शा और ठेलों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है।
शीतला माता बाजार शहर के प्रमुख कपड़ा मार्केट्स में से एक है, जहां लगभग 450 कपड़े की दुकानें हैं। इन दुकानों पर काम करने वाले स्टाफ और व्यापारियों की गाड़ियां अक्सर दुकानों के बाहर खड़ी हो जाती हैं, जिससे ग्राहकों को अपनी गाड़ियां खड़ी करने में समस्या होती है।
स्थिति और गंभीर तब हो जाती है जब बाजार में ई-रिक्शा, रिक्शा और ठेले भी आ जाते हैं। व्यापारियों ने बताया कि जवाहर मार्ग को चार पहिया वाहनों के लिए वन-वे बनाए जाने के बाद से इस मार्ग पर यातायात का दबाव बढ़ गया है, जिससे बाजार में प्रतिदिन जाम की स्थिति बनती है।
मैदान में उतरा एसोसिएशन
शहर के शीतला माता बाजार की ट्रैफिक समस्या को दूर करने के लिए श्री शीतला माता बाजार व्यापारी एसोसिएशन सक्रिय हो गया है। गुरुवार को एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने ट्रैफिक एसीपी सुप्रिया चौधरी और ट्रैफिक टीआई पश्चिम अर्जुन सिंह पंवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बाजार की ट्रैफिक समस्याओं को साझा किया और समाधान के लिए सुझाव देते हुए कुछ ठोस निर्णय लिए।
बाजार की मुख्य समस्याएं
- व्यापारियों और स्टाफ की गाड़ियां:दुकानों के बाहर व्यापारियों और उनके स्टाफ की गाड़ियां खड़ी हो जाती हैं, जिससे ग्राहकों को वाहन खड़ा करने की जगह नहीं मिलती। बेतरतीब गाड़ियां लगने से जाम की समस्या और बढ़ जाती है।
- ई-रिक्शा, रिक्शा और ठेले:बाजार में ई-रिक्शा, रिक्शा और ठेले आने से भी जाम की स्थिति गंभीर हो जाती है। इससे आवागमन में बाधा उत्पन्न होती है और व्यापारियों व ग्राहकों को असुविधा का सामना करना पड़ता है।
- जवाहर मार्ग का वन-वे ट्रैफिक:जवाहर मार्ग को चार पहिया वाहनों के लिए वन-वे बनाए जाने के कारण चौराहे पर ट्रैफिक दबाव बढ़ गया है। गौराकुंड से होकर आने वाले चार पहिया वाहन भी इसी रास्ते पर आ रहे हैं, जिससे शीतला माता बाजार में जाम की समस्या बढ़ गई है।
- दुकानों के बाहर सामान:कुछ व्यापारी अपनी दुकानों के बाहर डमी, स्टैंडी और अन्य सामान रख देते हैं। इससे गाड़ियां सड़क पर लगानी पड़ती हैं, जिससे यातायात में रुकावट होती है।
गाड़ियां पार्किंग में रखी जाएंगी
एसोसिएशन ने ट्रैफिक समस्या के समाधान के लिए यशवंतगंज स्थित नगर निगम की मल्टी लेवल पार्किंग का उपयोग करने का निर्णय लिया है। व्यापारियों और उनके स्टाफ को प्रेरित किया जाएगा कि वे अपनी गाड़ियां पार्किंग में खड़ी करें। इससे दुकानों के बाहर ग्राहकों को वाहन खड़ा करने की जगह मिलेगी।
इसके अलावा, एसोसिएशन ने ट्रैफिक पुलिस से मांग की है कि बाजार में ई-रिक्शा, रिक्शा और ठेलों के प्रवेश पर समय-सीमा तय की जाए।
पहले आपसी सहमति, फिर चर्चा
ट्रैफिक एसीपी सुप्रिया चौधरी ने कहा कि एसोसिएशन से बाजार की समस्या को लेकर चर्चा की गई है। ई-रिक्शा और रिक्शा को रोकने के लिए पहले व्यापारी आपसी सहमति से समय तय करें। इसके बाद ट्रैफिक पुलिस द्वारा सर्वे किया जाएगा और प्रशासन से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।
व्यापारियों को समझाइश दी जाएगी
एसोसिएशन के अध्यक्ष हेमा पंजवानी, महामंत्री अतुल नीमा, मंत्री वीरेंद्र बड़जात्या और प्रचार मंत्री राधाकिशन अशपालिया सहित कई व्यापारियों ने पुलिस अधिकारियों से चर्चा की। पदाधिकारियों का कहना है कि ई-रिक्शा और रिक्शा को लेकर ट्रैफिक पुलिस आवश्यक निर्णय करेगी, जबकि ठेले वालों को लेकर नगर निगम से चर्चा की जाएगी।
साथ ही, जो व्यापारी अपने सामान को दुकानों के बाहर तक फैला देते हैं, उन्हें भी समझाइश देकर यातायात को सुचारु बनाने के लिए सहयोग मांगा जाएगा।