शहडोल और रीवा को जोड़ने वाला बाणसागर पुल टूट गया है। इसके बाद पुलिस ने वाहनों को बुढ़वा होते हुए वैकल्पिक मार्ग पर भेज रही है। यह नया रास्ता यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन गया है।
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वैकल्पिक मार्ग पर रेत से लदे ओवरलोड ट्रक सबसे बड़ी समस्या बने हुए हैं। सिंगल लेन वाली इस सड़क पर हर दो घंटे में जाम लग जाता है। इससे यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। एंबुलेंस और जरूरी सामान ले जा रहे वाहनों को भी निकलने में काफी समय लग रहा है।
स्थानीय प्रशासन और पुलिस की ओर से कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है। जाम को खुलवाने के लिए पर्याप्त पुलिसकर्मी मौजूद नहीं हैं। ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों से गुजरने वाले इस रास्ते पर ओवरलोड वाहनों की वजह से सड़क की स्थिति भी बिगड़ रही है।

शहडोल से रीवा जा रहे वाहन चालक रघुनंदन सिंह ने बताया कि यह मार्ग बहुत संकरा है। इसी रास्ते से भारी वाहन गुजरते हैं। ओवरटेक करने के चक्कर में लगातार जाम लग रहा है। रेत से भरे ट्रक ट्रैफिक को पूरी तरह रोक देते हैं।
वहीं, रीवा से शहडोल आ रही शालिनी मिश्रा ने प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब तक पुल की मरम्मत नहीं हो जाती, तब तक शहडोल पुलिस को इस डायवर्ट रूट पर अतिरिक्त बल की तैनाती कर देनी चाहिए।

स्थानीय लोगों और यात्रियों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस द्वारा मौके पर कोई व्यवस्था नहीं की गई है। सिंगल लेन की इस सड़क पर घंटों तक फँसना अब एक आम बात हो गई है, जिससे लोगों का समय और ईंधन दोनों बर्बाद हो रहे हैं। यात्रियों ने प्रशासन से जल्द से जल्द इस रूट पर यातायात व्यवस्था को सुधारने की मांग की है। ट्रैफिक को नियंत्रित किया जा सकेगा और राहगीरों को भी मदद मिल सकेगी।”
बाणसागर थाना प्रभारी सुभाष दुबे ने बताया कि पुलिस लगातार पेट्रोलिंग कर रही है। कहीं भी जाम की स्थिति बनती है तो बल भेजकर तत्काल यातायात को बहाल किया जाता है। मार्ग एकल होने के कारण थोड़ी परेशानी हो रही है, पुल मरम्मत होने के बाद हाइवे को सुचारू तरीके से दोबारा शुरू कर दिया जाएगा।