बांका के एक निजी क्लीनिक में मंगलवार को इलाज के दौरान तीन दिन के नवजात शिशु की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही और मोटी रकम वसूलने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। यह घटना रजौन थाना क्षेत्र के भुसिया रोड स्थित एक निजी क्लीनिक की है। नवजात बच्
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मृतक नवजात को लेकर अस्पताल के सामने बैठे परिजन
निजी क्लीनिक पर गंभीर आरोप
मृतक नवजात के पिता पवन कुमार यादव भागलपुर के थाना लोदीपुर के चौधरी डीह गांव के निवासी हैं। पुलिस को दिए गए आवेदन में पिता ने बताया कि उनकी पत्नी पूजा देवी गर्भवती थी और प्रसव के लिए रजौन के अंग नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। 19 अप्रैल को डॉक्टरों ने ऑपरेशन की सलाह दी, जिसके बाद बच्चे का जन्म हुआ।
डॉक्टरों ने नवजात की स्थिति गंभीर बताई और उसे पास के एक चाइल्ड अस्पताल के शिशु इकाई में रखने की बात कही। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने कुल ढाई लाख रुपए की मांग की, जिसमें से पवन ने 2 लाख रुपए नकद दे दिए।
ढाई लाख पैसे दिया, नहीं बचा नवजात
परिजनों के अनुसार, 22 अप्रैल को जब पिता पवन ढाई लाख में से बचे हुए 50 हजार रुपए लेकर अस्पताल पहुंचा, तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। जब उन्होंने मौत का कारण जानना चाहा तो डॉक्टरों और स्टाफ ने धमकी दी, जिसके बाद वहां से भागा दिया गया। इसके बाद सभी डॉक्टर और कर्मचारी अस्पताल छोड़कर फरार हो गए।

मृतक नवजात को गोद में लेकर बिलखती मां
अस्पताल परिसर में हंगामा, जांच शुरू
बच्चे की मौत के बाद नाराज परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। वहां स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और हाई वोल्टेज ड्रामा चला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी डॉक्टर डॉ. अरविंद कुमार, डॉ. चंदन कुमार और डॉ. कृष्ण कुमार समेत सभी स्टाफ फरार हो चुके थे।
प्रभारी थानाध्यक्ष रवि कुमार ने बताया कि मृतक शिशु के परिजनों का आवेदन प्राप्त हुआ है और मामले की जांच प्रारंभ कर दी गई है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।