औरंगाबाद में एक प्राइवेट क्लिनिक में डॉक्टर की लापरवाही से एक महिला मरीज की मौत हो गई। मृतका के परिजन का आरोप है कि डॉक्टर ने लापरवाही बरतते हुए महिला मरीज की पेशाब की नस काट दी थी, जिससे पूरे शरीर में सूजन आ गई थी। मरीज की मौत के बाद गुस्साए परिजनों
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महिला का जहां ऑपरेशन किया गया था, वो क्लिनिक गोह प्रखंड अंतर्गत तुलसी बिगहा में स्थित है। मृतका की पहचान दरधा गांव के रहने वाले शंकर गुप्ता की पत्नी 34 साल की रोमी देवी के रूप में हुई है। मृतका के पिता ने बताया कि रोमी देवी को डिलीवरी के लिए तुलसी बिगहा के एक निजी अस्पताल में शुक्रवार को एडमिट कराया गया था। डॉक्टर ने नॉर्मल डिलीवरी की जगह ऑपरेशन की बात कही थी। परिजन ऑपरेशन नहीं कराना चाहते थे, लेकिन डॉक्टर ने दबाव बनाकर ऑपरेशन शुरू कर दिया।
हालत बिगड़ने पर पहले गया, फिर पटना रेफर किया गया
आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने पेशाब की नस काट दी। महिला की हालत बिगड़ने पर उसे गया रेफर किया गया। गया के डॉक्टरों ने गंभीर स्थिति देखते हुए पटना रेफर कर दिया। पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई।
परिजन से जानकारी लेती पुलिस।
उधर, घटना की जानकारी मिलते ही डॉक्टर क्लिनिक का बोर्ड हटाकर ताला बंद कर फरार हो गया। परिजन शव लेकर गोह पहुंचे और क्लिनिक के पास रखकर सड़क जाम कर दिया। थानाध्यक्ष मो. इरशाद ने बताया कि परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है। आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल झोलाछाप डॉक्टर फरार है।
कुछ महीने पहले मदनपुर में भी आया था ऐसा मामला
कुछ महीने पहले भी ऐसा मामला मदनपुर में आया था, जहां ऑपरेशन के दौरान झोलाछाप डॉक्टर ने महिला की गलत नस काट दी थी। स्थिति बिगड़ने पर परिजनों को बिना बताए अपने एंबुलेंस से गया ले जाकर दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया था। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे पटना के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी।
महिला की मौत होने के बाद ऑपरेशन करने वाला झोलाछाप चिकित्सक शव को छोड़कर फरार हो गया तथा परिजनों को फोन कर घटना की जानकारी दी थी। सूचना पर परिजन पटना पहुंचे जहां उन्हें महिला का लाश लेने के लिए रुपए चुकाने पड़े थे।