हरदा जिले के किसान अब परंपरागत खेती से आगे बढ़कर आधुनिक तकनीकों को अपना रहे हैं। ग्राम छोटी हरदा के किसान संतोष पटेल ने इस बार चार एकड़ में पहली बार सौंफ की खेती कर नई पहल की है।
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हाल ही में मौसम परिवर्तन के कारण सौंफ की फसल में पाउडरी मिल्ड्यू रोग लग गया। फसल को बचाने के लिए किसान संतोष पटेल ने पारंपरिक तरीके के बजाय ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव कराया। इस तकनीक से मात्र 30 मिनट में तीन दिन का काम पूरा हो गया, और छिड़काव की कुल लागत भी केवल 500 रुपए आई।
ड्रोन तकनीक से खेती को नया आयाम
किसान संतोष पटेल का कहना है कि सौंफ की फसल बड़ी होने के कारण खेत में अंदर जाकर स्प्रे करना संभव नहीं था, इसलिए ड्रोन का उपयोग किया गया। इससे फसल को नुकसान पहुंचाए बिना प्रभावी तरीके से कीटनाशक का छिड़काव किया जा सका।
ड्रोन के इस्तेमाल से तीन दिन का काम 30 मिनट में हो जाता है।
कृषि विभाग भी कर रहा प्रोत्साहित
कृषि विभाग के उप संचालक जे एल कासदे के अनुसार, जिले में ड्रोन तकनीक को बढ़ावा दिया जा रहा है। ड्रोन से खेती करने से श्रम और ईंधन की बचत होती है, साथ ही फसल की बेहतर देखभाल संभव हो पाती है। यह तकनीक किसानों को उनकी फसल की वास्तविक स्थिति का विश्लेषण करने में भी मदद करती है।

सौंफ की खेती मुख्य रूप से गुजरात और राजस्थान में की जाती है। हरदा में इस तरह की पहल से अन्य किसानों को भी प्रेरणा मिल सकती है।