राजस्थान की दौसा पुलिस ने देश विरोधी गतिविधियों में शामिल नेपाल के 10 लोगों को उनके देश डिपोर्ट किया है। पुलिस ने सभी लोगों को हिरासत में लेकर शुक्रवार देर रात उन्हें भारत-नेपाल बॉर्डर के लिए रवाना किया, जहां से उनको नेपाल भेजा जाएगा।
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डीएसपी रवि प्रकाश शर्मा ने बताया- ये सभी लोग तब्लीगी जमात के हैं, जो धार्मिक गतिविधियों के सिलसिले में 4 मार्च को नेपाल से भारत आए थे, लेकिन यहां पर देश विरोधी गतिविधियां करने लगे। 5 पुरुष पापड़दा थाना क्षेत्र की मस्जिद में रह रहे थे, जबकि 5 महिलाएं दौसा शहर में अलग-अलग घरों में रुकी हुई थीं।
इन लोगों के देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की सूचना मिली तो अलग-अलग टीमों का गठन कर जांच की गई। गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन पाए जाने पर शुक्रवार रात को इन सभी लोगों को हिरासत में लिया गया और सभी को लीव इंडिया नोटिस दिया गया।
डीएसपी ने बताया- शुक्रवार की देर रात इन सभी को पुलिस टीम के साथ बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में भारत-नेपाल बॉर्डर पर स्थित रक्सौल चेक पोस्ट के लिए रवाना किया गया, जहां से इनको नेपाल भेजा जाएगा।
नेपाल के इन 10 लोगों को लीव इंडिया नोटिस दिया गया। इसके बाद देश से बाहर निकालने के लिए रक्सौल चेक पोस्ट भेजा गया।
5 महिलाओं और 5 पुरुषों को किया डिपोर्ट डीएसपी ने बताया- डिपोर्ट किए गए सभी लोग नेपाल के निवासी हैं। इनमें रज्जाक मियां धोबी (66) पुत्र इद्रिसमियां धोबी निवासी हरिहर, जिला बारा, सहारुद्दीन अंसारी पुत्र मुख्तारमियां अंसारी (22) निवासी ईनर्वासिरा जिला बारा मोहम्मद जान अंसारी (63) पुत्र सादिक मियां अंसारी निवासी हरिहरपुर, जिला बारा शामिल हैं।
इनके अलावा रमजान अली मियां (49) पुत्र समसुदिन निवासी हर्मि, जिला गोरखा, मोजाहिर हुसैन (68) पुत्र महम गलील मियां निवासी बडकी फुलवारिया जिला बारा, जनीफा खातून (47) पत्नी रमजान अली निवासी हर्मि जिला गोरखा, रखिया धोबिन (60) पत्नी रज्जाक मियां धोबी निवासी हर्मि जिला गोरखा, ऐसा खातून (53) पत्नी मोजहिर हुसैन निवासी बडकी फुलवारिया जिला बारा, हलिमा खातून (29) पत्नी सहारूद्दीन अंसारी निवासी इनर्वासिरा जिला बारा और जलेखा खातून (62) पत्नी मोहम्मद जान अंसारी निवासी हरिहरपुर जिला बारा शामिल हैं।
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