बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में तेजस्वी के CM फेस को लेकर कांग्रेस में ही अंदरूनी कलह दिखने को मिली थी। बीते दिनों बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने तेजस्वी यादव को महागठबंधन का CM फेस मानने से इनकार कर दिया।
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अब कांग्रेस ने महागठबंधन की तरफ से दलित नेता और बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम को सीएम उम्मीदवार बनाने की मांग की है। कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष यशवंत कुमार चमन ने यह मांग कर दी है।
महागठबंधन की तरफ से राजेश राम लड़े चुनाव
कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष यशवंत कुमार चमन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आजादी के समय से दलितों, पिछड़ों और कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए काम करती रही है।
महागठबंधन के 2025 के चुनावी भविष्य के लिए मैं सभी नेताओं से अनुरोध करता हूं कि महागठबंधन की तरफ से बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश राम को महागठबंधन से मुख्यमंत्री प्रत्याशी के रूप में प्रस्तुत कर चुनाव लड़ा जाए।

कांग्रेस विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष यशवंत कुमार चमन।
बीजेपी और नीतीश कुमार के सरकार की विदाई होगी
उन्होंने आगे कहा कि यह सौभाग्य है कि आज दलित समाज से आने वाले, दो टर्म विधानसभा का सदस्य रहे राजेश राम कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। जब राहुल गांधी और महागठबंधन के लोग कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। तो ऐसे में साफ सुथरा छवि वाले पढ़े लिखे व्यक्ति राजेश राम को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट कर चुनाव लड़े।
मुझे भरोसा है कि राजेश राम के नेतृत्व में चुनाव लड़कर महागठबंधन सफलता प्राप्त करेगा और बीजेपी और नीतीश कुमार के सरकार की विदाई होगी।
महागठबंधन में एक नया विवाद शुरू
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से अखिलेश सिंह की विदाई होने के बाद अब कांग्रेस गठबंधन में भी फ्रंट फूट पर बैटिंग करने लगी है। राजद जहां तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर चुनाव लड़ने वाली है,
वहीं कांग्रेस नेता की तरफ से राजेश राम को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग से महागठबंधन में एक नया विवाद शुरू हो गया है। अलावरू के इनकार के बावजूद अखिलेश सिंह का कहना था कि CM फेस तेजस्वी ही होंगे। इसमें कहीं कोई कन्फ्यूजन नहीं है।