गुजरात में एकबार फिर भारी बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र में शनिवार रात से ही भारी बारिश हो रही है, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान गुजरात के विभिन्न हिस्सों में भारी से ज्
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तीन नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रहीं
मूसलाधार बारिश से वलसाड की औरंगा और तालाला तालुका की हिरण व सरस्वती नदियां खतरें के निशान से ऊपर बह रही हैं। बढ़ते खतरे को देखते हुए औरंगा नदी के तटीय इलाकों से 300 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरफ की टीमें भी तैनात कर दी गई है।
तलाला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही सरस्वती नदी।
दो दिन ऐसा ही रहेगा मौसम
मौसम विभाग की मानें तो आज और कल भी मौसम ऐसा ही रहेगा। 25 अगस्त को दक्षिण गुजरात रीजन के भरूच और सूरत जिले जबकि सौराष्ट्र के अमरेली और भावनगर जिले में कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
इसी दिन गुजरात रीजन के गांधीनगर, अरावली, खेड़ा, अहमदाबाद, आनंद, पंचमहल, दाहोद, महिसागर, वडोदरा, छोटा उदेपुर, नर्मदा, डांग, तापी, नवसारी, वलसाड और दमन में जबकि सौराष्ट्र के सुरेंद्रनगर, राजकोट, जूनागढ़, मोरबी, गिर सोमनाथ, बोटाद और दीव में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
तालाला में सरस्वती नदी की बाढ़ में डूबा मंदिर।
उकाई डैम के 10 गेट 6-6 फीट खोले गए
सूरत सहित पूरे दक्षिण गुजरात में बारिश का दूसरा दौर चल रहा है। इससे उकाई डैम ओवरफ्लो हो गया है। डैम के 10 गेट 6-6 फीट खोले गए हैं। साथ ही शहर के निचले क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है। डैम से शनिवार शाम 4 बजे तक सवा लाख क्यूसेक पानी तापी नदी में छोड़ना शुरू किया है। जबकि पानी का इनफ्लो और आउटफ्लो सवा लाख क्यूसेक है।
उकाई डैम के 10 गेट खोलकर सवा लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
शनिवार को सूरत शहर में औसत डेढ़ इंच बारिश हुई। जबकि सेंट्रल में 34, रांदेर में 63, कतारगाम में 45, वराछा-ए में 36, वरछा-बी में 35, लिंबायत में 41, अठवा में 30, उधना में 40 मिमी बारिश हुई। जिले की उमरपाड़ा तहसील में सबसे ज्यादा 225 मिमी यानी 9 इंच पानी बरसा। अन्य तहसीलों में ओलपाड में 72, मांगरोल में 92, मांडवी में 44, कामरेज में 46, चौर्यासी में 23, पलसाणा में 33, बारडोली में 24 और महुवा में 26 मिमी बारिश हुई।
भावनगर में 4 घंटे में दो इंच बारिश से सड़कों पर भरा पानी।
सबसे ज्यादा बरसात द्वारका जिले में हुई
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर से प्राप्त जिला वार आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अब तक सबसे ज्यादा बरसात सौराष्ट्र के देवभूमि द्वारका जिले में दर्ज की गई। यहां पर 154.36 फीसदी पानी बरस चुका है। सौराष्ट्र के ही पोरबंदर में 127.77 और जूनागढ़ जिले में यह आंकड़ा 126.99 फीसदी है। सबसे कम बारिश भी इसी इलाके के सुरेन्द्नगर जिले में हुई है। यहां पर अब तक सिर्फ 38.79 फीसदी बरसात हो चुकी है।
इसी इलाके के बोटाद जिले में भी 46.14 फीसदी ही बारिश दर्ज की गई है।तहसील वार आंकड़ों पर नजर करें तो सबसे ज्यादा 259.68 फीसदी बरसात देवभूमि द्वारका जिले के भाणवड तहसील में हो चुकी है। जूनागढ़ की माणवदर तहसील में 163.26, पोरबंदर में 157.98, कल्याणपुर तहसील में 150 और जूनागढ़ जिले की वंथली तहसील में 147.09 फीसदी पानी बरस चुका है।
खेरगाम-नाराणपुर गांव को जोड़ने वाली सड़क और पर भरा पानी।
आगामी सप्ताह तक बारिश होने के आसार
मौसम विभाग ने सूरत सहित दक्षिण गुजरात में 26 अगस्त को बारिश का रेड अलर्ट और 27 ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। हाल में दक्षिण गुजरात के समुद्र तट से केरल तक ऑफशोर ट्रफ बना हुआ है। इके बाद अरब सागर मे भी आगामी 48 घंटे में एक लो प्रेशर सक्रिय होने की संभावना है। साथ ही बंगाल की खाड़ी में भी एक सिस्टम सक्रिय होने के आसार हैं। उधर उत्तर प्रदेश में सक्रिय लो प्रेशर आगामी 27 अगस्त तक उत्तर गुजरात तक पहुंचने की संभावना व्यक्त की गई है। इन सिस्टम का असर से आगामी सप्ताह के मध्य भाग तक भारी बरसात हो सकती है।
सरदार सरोवर नर्मदा बांध में कुल क्षमता का 87.97 फीसदी भरा है।
नर्मदा बांध में 88 प्रतिशत जल संग्रह
गुजरात के 206 जलाशयों में से 66 में जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। राज्य के सबसे बड़ा सरदार सरोवर नर्मदा बांध में कुल क्षमता का 87.97 फीसदी पानी जमा है। वहीं राज्य के बांधों में 63.81 प्रतिशत जल संग्रह है। राज्य के 66 बांध हाई अलर्ट, 17 अलर्ट और 11 वार्निंग पर हैं।