दतिया जिले के पंडोखर थाना क्षेत्र के सोहन गांव में सोमवार शाम 28 वर्षीय विवाहिता ज्योति जाटव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस ने मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
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मृतका के मायके वालों ने इसे आत्महत्या नहीं बल्कि साजिशन हत्या बताया है। उन्होंने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ज्योति, सिविल लाइन थाना दतिया में पदस्थ प्रधान आरक्षक सुरेश चंद्र जाटव की भतीजी थी।
2016 में हुई थी शादी परिजनों के अनुसार, ज्योति की शादी 2016 में सोहन गांव निवासी राजेश जाटव से हुई थी। उसके दो बच्चे हैं, जिनकी उम्र 6 और 3 साल है। परिजनों ने आरोप लगाया कि ससुर और पति उसे लंबे समय से मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे।
उन्होंने यह भी दावा किया, “उसके ससुर कमलेश जाटव कई बार छेड़छाड़ की कोशिश कर चुके थे। इसको लेकर कई बार सामाजिक स्तर पर समझाइश दी गई थी।”
करंट लगने की बात कही, गले पर रस्सी के निशान मिले सोमवार शाम पति ने परिजनों को फोन कर बताया कि ज्योति को करंट लग गया है और अस्पताल लाया गया है। परिजनों के मुताबिक, जब वे अस्पताल पहुंचे तो ज्योति मृत अवस्था में थी। उसके गले पर रस्सी के निशान भी थे, जिससे शक गहराया।
पुलिस ने जांच शुरू की पंडोखर थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराया है। जांच जारी है। थाना प्रभारी रिपुदमन सिंह ने बताया, “महिला के दो बच्चे हैं और पति खेती करता है। आरोपों के आधार पर फॉरेंसिक जांच के लिए गले की हड्डी और करंट से जुड़े साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”