दतिया जिले के इंदरगढ़ कस्बे में मंगलवार को एक लंबे समय से उपयोग में आ रहे सार्वजनिक रास्ते को जेसीबी मशीन से खोद दिए जाने पर विवाद खड़ा हो गया। घटना 25 अप्रैल को इंदरगढ़ के सेवढ़ा रोड स्थित विश्वकर्मा पेट्रोल पंप के पास की है।
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स्थानीय किसानों ने भाजपा के मंडल अध्यक्ष रामलखन सिंह गुर्जर और एक अन्य व्यक्ति अखलेश सेन पर आरोप लगाए हैं। किसानों ने मंगलवार को तहसीलदार मनोज दिवाकर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।
खेतों तक पहुंचने का एकमात्र रास्ता
किसानों का कहना है कि इंदरगढ़ और दोहर गांव के बीच स्थित मेढ़े की सरकारी जमीन पर बना यह रास्ता पिछले 100 वर्षों से खेतों तक पहुंचने का एकमात्र जरिया है। इस रास्ते का उपयोग बरगुवां गांव के किसान भी करते हैं, जिससे करीब 500 बीघा जमीन तक पहुंचा जा सकता है।
किसानों के अनुसार, रामलखन सिंह गुर्जर और अखलेश सेन ने इस सार्वजनिक रास्ते पर जेसीबी से करीब 5 फीट गहरी खाई खुदवा दी, जिससे पैदल और वाहनों से आवाजाही पूरी तरह रुक गई है।
किसानों ने मंगलवार को तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
मंडल अध्यक्ष बोले- इस जमीन से मेरा कोई संबंध नहीं
तहसीलदार मनोज दिवाकर ने मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं, मंडल अध्यक्ष रामलखन सिंह गुर्जर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उस जमीन से उनका कोई संबंध नहीं है और न ही उनका इस विवाद से कोई लेना-देना है।
किसानों ने मांग की है कि रास्ता तुरंत खुलवाया जाए और मेढ़े की सरकारी जमीन की सीमांकन कर समतलीकरण कराया जाए, ताकि भविष्य में इस पर कोई अवरोध न खड़ा हो सके।