एंटी करप्शन द्वारा रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद कुंदरकी थाने में पुलिस हिरासत में हेड कांस्टेबल कौशल कुमार।
मुरादाबाद में दरोगा की घूस संभालने के फेर में दीवानजी निपट गए। एंटी करप्शन ने हेड कांस्टेबल को थाने के भीतर ही रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। एंटी करप्शन ने इस ट्रैप को मुरादाबाद की बिलारी कोतवाल में अंजाम दिया है। वास्तव में एंटी करप्शन की टीम दरोग
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शिकायतकर्ता ने जैसे ही हेड कांस्टेबल को रकम दी, पहले से मुस्तैद एंटी करप्शन की टीम ने उसे थाने के भीतर ही धर दबोचा। माजरा भांपते ही दरोगा थाने से भाग खड़ा हुआ। एंटी करप्शन ने दरोगा रवि प्रकाश और रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़े गए हेड कांस्टेबल कौशल कुमार के खिलाफ कुंदरकी थाने में केस दर्ज किया है।
तस्वीर उपनिरीक्षक रवि प्रकाश की है। जिस पर मारपीट के मामले में 2 भाइयों के नाम निकालने की एवज में 20 हजार रुपए रिश्वत मांगने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।
मारपीट के मामले में नाम निकालने की एवज में मांगे 20 हजार
एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि बिलारी थाना क्षेत्र में सिहारी नन्दा निवासी मितेंद्र सिंह ने एंटी करप्शन में बिलारी थाने के दरोगा रवि प्रकाश की शिकायत की थी। मितेंद्र ने कहा था कि मारपीट के मामले में उनके 2 बेटों का नाम निकालने की एवज में मामले के विवेचक उपनिरीक्षक रवि प्रकाश ने उनसे 20 हजार रुपए की डिमांड की है। जिसमें से 5000 रुपए वो दे चुका है। बाकी के 15 हजार जल्दी देने का वादा किया है। मितेंद्र ने कहा कि उसके बेटों का नाम गलत तरीके से मुकदमे में रखा गया है।

गिरफ्तारी के बाद हेड कांस्टेबल कौशल कुमार की पुलिस यूनिफॉर्म उतरवा दी गई।
हेड कांस्टेबल रंगे हाथ पकड़ा गया, दरोगा थाने से भागा
एंटी करप्शन विभाग ने मितेंद्र की शिकायत पर दरोगा रवि प्रकाश को ट्रैप करने के लिए एक टीम का गठन किया। इस टीम को इंस्पेक्टर शैलेंद्र सिंह लीड कर रहे थे। टीम में एंटी करप्शन ब्यूरो के 2 अन्य इंस्पेक्टर सुखवीर सिंह भदौरिया और नवल मारवाह समेत कुल 10 सदस्य शामिल थे। टीम ने केमिकल लगे 15 हजार रुपए के नोट मितेंद्र सिंह को देकर बिलारी थाने भेजा। पीछे से टीम भी आसपास छुप गई। मितेंद्र ने जब दरोगा रवि प्रकाश को रुपए देने की पेशकश की तो उसने कहा कि रकम जाकर मेरे हलके के हेड कांस्टेबल कौशल कुमार को दे दो। इसके बाद मितेंद्र यादव केमिकल लगे नोट लेकर हेड कांस्टेबल के पास पहुंचा और जैसे ही उसने पैसे पकड़े, एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उसे तुरंत रंगे हाथों धर दबोचा। माजरा भांपते ही दरोगा रवि प्रकाश थाने से भाग निकला। दरोगा और हेड कांस्टेबल के खिलाफ दर्ज कराई FIR प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि मामले में उपनिरीक्षक रवि प्रकाश और रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए मुख्य आरक्षी कौशल कुमार के खिलाफ कुंदरकी थाने पर अभियोग पंजीकृत किया गया है। रंगे हाथ पकड़े गए मुख्य आरक्षी कौशल कुमार को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।