बेंगलुरु9 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में क्लिनिकल ट्रायल में एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि नागेश वीरन्ना (33 साल) एक रिसर्च एंड डेवलपनमेंट कंपनी के क्लिनिकल ट्रायल में शामिल था।
ट्रायल के दौरान दी गई दवाओं के साइड इफेक्ट की वजह से उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक की भाई की शिकायत पर BNS की धारा 194 (3) के तहत अननेचुरल डेथ की रिपोर्ट दर्ज की है। रिसर्च कंपनी ने जांच में सहयोग करने की बात कही है।
भाई बोला- दवा लेने के बाद नागेश के पेट में दर्द होता था मृतक की भाई रेवन सिद्दप्पा ने बताया कि दिसंबर, 2024 में कुछ हेल्थ इश्यूज की वजह से एक प्राइवेट हॉस्पिटल के ICU में भर्ती कराया गया था। इसके बाद सिंजेन इंटरनेशनल नाम की रिसर्च कंपनी ने अपने क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा बनने के लिए उनसे संपर्क किया था।
कंपनी ने उन्हें कुछ टैबलेट और इंजेक्शन दिए थे। वे पूरी तरह स्वस्थ थे। रेवन ने बताया कि उनके भाई टैबलेट और इंजेक्शन लेने के बाद पेट में दर्द की शिकायत करते थे। हालांकि, बाद में यह समस्या ठीक हो गई। वे हेल्थ चेकअप के लिए नियमित रूप से कंपनी जाया करते थे।
इसी तरह 21 जनवरी को भी वे चेकअप के लिए गए थे। वहां से लौटने बाद रात में उन्होंने खाना खाया और सो गए। सुबह जब वे उठे नहीं तो हमने कंपनी के डॉक्टर से संपर्क किया। उन्होंने नागेश को उसी अस्पताल में ले जाने को कहा, जहां उनका पहले इलाज हुआ था। वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने नागेश को मृत घोषित कर दिया।