वाशिंगटन12 मिनट पहले
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डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति पद की शपथ बाद लिंक्डइन के को-फाउंडर रीड हॉफमैन अमेरिका छोड़ सकते हैं। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक हॉफमैन को डर है कि राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रम्प अपने राजनीतिक विरोधियों को निशाना बना सकते हैं।
दरअसल राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हॉफमैन ने कमला हैरिस का समर्थन किया था। उन्होंने प्रचार के लिए कमला की डेमोक्रेटिक पार्टी को 10 मिलियन डॉलर (करीब 85 करोड़ रुपए) की मदद दी थी। हॉफमैन ने यहां तक कह दिया था कि वे चाहते थे कि जब ट्रम्प की हत्या की कोशिश हुई तो उन्हें मर जाना चाहिए था।
ट्रम्प के खिलाफ न्यूयॉर्क मैगजीन की लेखिका ई. जीन कैरोल ने 2019 में मानहानि का मुकदमा दायर किया था। इस केस में भी हॉफमैन ने ट्रम्प के खिलाफ कैरोल की आर्थिक मदद की थी। अब हॉफमैन को डर है कि राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रम्प उनसे बदला ले सकते हैं।
लेखिका ई जीन कैरोल का आरोप था कि ट्रम्प ने 1990 में मैनहट्टन में क्लोदिंग स्टोर के ड्रेसिंग रूम में उनका यौन शोषण किया था।
ट्रम्प पर लगा था 747 करोड़ का जुर्माना
जूरी ने 1996 में ट्रम्प को ई. जीन कैरोल के यौन उत्पीड़न मामले में दोषी पाया था। इसके बाद ट्रम्प पर 5 मिलियन डॉलर (आज करीब 42 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया गया था। ट्रम्प ने बाद में दावा किया कि कैरोल यौन उत्पीड़न के मामले को लेकर झूठ बोल रही थी। उन पर गलत आरोप लगाए गए थे।
इसके बाद कैरोल ने ट्रम्प के खिलाफ एक मानहानि का मुकदमा दायर किया। इस मामले में कोर्ट ने ट्रम्प को आदेश दिया कि वे कैरोल को 83.3 मिलियन डॉलर (आज करीब 705 करोड़ रुपए) हर्जाने के तौर पर देंगे।
एपस्टीन आइलैंड मामले में भी नाम आने का डर
वॉल स्ट्रीट जनरल के मुताबिक स्टीफन ने साल 2014 में एपस्टीन आइलैंड का दौरा किया था। इस दौरे के पीछे की वजह कभी पता नहीं चली। अब हॉफमैन को डर है कि ट्रम्प उन लोगों की लिस्ट जारी कर सकते हैं, जो एपस्टीन के क्लाइंट थे। टेस्ला सीईओ इलॉन मस्क ने भी एक्स पर एक पोस्ट का रिप्लाई करके इस बात से सहमति जताई है।
दरअसल डोनाल्ड ट्रम्प ने चुनाव से पहले वादा किया था कि अगर वे राष्ट्रपति चुनाव जीतते हैं तो जेफरी एपस्टीन के दस्तावेज जारी करेंगे। जेफरी एपस्टीन न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा का एक फाइनेंसर था जिस पर सेक्स ट्रैफिकिंग के लिए मुकदमा चल रहा था।
जेफरी एपस्टीन ने 2019 में अपनी जेल की कोठरी में आत्महत्या कर ली थी। उसके खिलाफ नाबालिगों से यौन शोषण के आरोप भी लगे थे। एपस्टीन अपने प्राइवेट आईलैंड्स और आलीशान घरों पर खास हाई प्रोफाइल लोगों को बुलाने के लिए जाना जाता था। एपस्टीन के साथ कई प्रसिद्ध लोगों का नाम जुड़ता है।
यह तस्वीर 1997 में फ्लोरिडा में ली गई थी। इसमें जेफ्री एपस्टीन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प साथ में खड़े हैं।
इन लोगों में प्रिंस एंड्रयू, बिल क्लिंटन, डोनाल्ड ट्रम्प, स्टीफन हॉकिंग, माइकल जैक्सन, डेविड कॉपरफील्ड, लियोनार्डी डिकैप्रियो के नाम भी शामिल हैं। हालांकि ट्रम्प ने कहा कि उनकी एप्सटीन के साथ कोई भागीदारी नहीं थी। हालांकि, वे एक-दूसरे से परिचित थे। ट्रम्प ने कहा कि वह एक अच्छा सेल्समैन और तंदुरुस्त किस्म का व्यक्ति था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हॉफमैन अकेले नहीं हैं जो ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद देश छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। इस लिस्ट में देश के कई अरबपति शामिल है। इसमें से एक नाम ओपन AI के सीईओ सैम ऑल्टमैन है। सैम और इलॉन में लंबे समय से दुश्मनी चल रही है। इलॉन ट्रम्प के करीबी हैं, जिस वजह से सैम को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
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