Saturday, January 11, 2025
Saturday, January 11, 2025
Homeपंजाबदिलजीत दोसांझ की 'पंजाब-95': फरवरी में रिलीज, जसवंत सिंह खालड़ा के...

दिलजीत दोसांझ की ‘पंजाब-95’: फरवरी में रिलीज, जसवंत सिंह खालड़ा के साहसिक संघर्ष की कहानी को करेंगे जीवंत – Amritsar News


पंजाबी सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ ने अपनी नई चर्चित फिल्म “पंजाब-95” की रिलीज की घोषणा कर दी है। यह फिल्म फरवरी 2025 में रिलीज होगी। ये जानकारी दिलजीत दोसांझ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर खुद दी है। फरवरी में ये फिल्म कब रिलीज होगी, इसकी जानकारी उनकी तर

.

दिलजीत दोसांझ फिल्म में

मानवाधिकार कार्यकर्ता जसवंत सिंह खालड़ा, जिन पर पंजाब-95 आधारित है।

की भूमिका निभा रहे हैं, जो उनके करियर की सबसे महत्वपूर्ण भूमिकाओं में से एक मानी जा रही है। दिलजीत ने हाल ही में फिल्म से जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिनके साथ उन्होंने लिखा- मैं अंधकार को चुनौती देता हूं।

यह कैप्शन सरदार खालड़ा के जीवन और उनके द्वारा सच्चाई के लिए की गई लड़ाई को बखूबी दर्शाता है। फिल्म की रिलीज को प्राथमिकता देते हुए दिलजीत ने अपने आगामी म्यूजिक एलबम की रिलीज को फिलहाल स्थगित कर दिया है। इस घोषणा के बाद से प्रशंसकों में फिल्म को लेकर काफी उत्साह है।

आतंकवाद के दौर में सिखों पर हुए अत्याचार को उजागर किया

जसवंत सिंह खालड़ा एक साहसी और समर्पित मानवाधिकार कार्यकर्ता थे। जिन्होंने 1980 और 1990 के दशक के दौरान पंजाब में सिखों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों और मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने खुलासा किया कि उस दौर में हजारों सिख युवाओं को अवैध हिरासत में लिया गया, फर्जी मुठभेड़ों में मार दिया गया और उनके शवों का गुप्त अंतिम संस्कार कर दिया गया।

श्मशान घाटों का दौरा कर जुटाई जानकारियां

खालड़ा ने पंजाब पुलिस और प्रशासन द्वारा की जा रही इन गुमशुदगी और हत्याओं को उजागर किया था। उन्होंने उस समय में अमृतसर के श्मशान घाटों का दौरा कर यह जानकारी जुटाई कि वहां 6,000 से अधिक शवों का गुप्त रूप से अंतिम संस्कार किया गया था। यह जानकारी उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी साझा की, जिससे भारत के मानवाधिकार रिकॉर्ड पर सवाल खड़े हुए।

1995 में हुई थी हत्या

खालड़ा को सिखों के हकों के लिए लड़ने का खामियाजा अपनी जान देकर चुकाना पड़ा था। 6 सितंबर 1995 को पुलिस ने खालड़ा का उनके घर से अपहरण कर लिया। इसके बाद उन्हें पुलिस हिरासत में प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई।

पुलिस ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज नहीं की। जिसके बाद, जसवंत की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दी और कोर्ट ने सीबीआई को जांच का आदेश दिया था।



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular