Wednesday, December 25, 2024
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दिल्ली चुनाव में अकेले उतरेगी AAP, कांग्रेस से किनारा किया: AAP प्रवक्ता बोलीं- हम आत्मविश्वासी कांग्रेस और अहंकारी भाजपा से अकेले लड़ने में सक्षम


नई दिल्ली2 मिनट पहले

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आदमी आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है। AAP प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने बुधवार को कहा- दिल्ली में AAP अकेले लड़ेगी। हम अति आत्मविश्वासी कांग्रेस और अहंकारी भाजपा से अकेले लड़ने में सक्षम हैं।

प्रियंका ने कहा, ”पिछले 10 सालों से दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस के पास कोई सीट नहीं है, फिर भी AAP ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को तीन सीटें दीं। इसके बावजूद कांग्रेस को हरियाणा में सहयोगियों को साथ लेना जरूरी नहीं लगा।”

उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा चुनाव में कांग्रेस ने INDI गठबंधन की पार्टियों को गंभीरता से नहीं लिया, गठबंधन के सभी प्रयासों को विफल किया। कांग्रेस को अपने अति आत्मविश्वास के कारण अंत में हार का सामना पड़ा।

हरियाणा में सीट बंटवारे को लेकर मतभेद के कारण AAP कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने में विफल रही थी। AAP ने कांग्रेस से 9 सीटों की मांग की थी, जिसे कांग्रेस ने ठुकरा दिया था। इसके बाद आम आदमी पार्टी ने राज्य की कुल 90 सीटों में से 89 पर अपने बलबूते चुनाव लड़ा।

हालांकि, AAP उम्मीदवार लगभग हर सीट पर BJP और कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों से पीछे ही रहे और उसका एक भी सीट पर खाता नहीं खुला। कांग्रेस को यहां 37 सीटें मिली हैं।

सांसद राघव चड्ढा बोले- बीजेपी को हराने में AAP पूरी तरह से सक्षम AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा- हरियाणा विधानसभा चुनाव में BJP की जीत कम और कांग्रेस की हार ज्यादा है। हरियाणा में जनता ने बीजेपी को हटाने और बदलाव लाने के लिए वोट किया, लेकिन BJP को बहुमत मिला और उनकी सरकार बनी।

चड्ढा ने कहा कि हरियाणा में अगर एकजुट होकर चुनाव लड़ा जाता तो परिणाम कुछ और ही होते। देश में कई ऐसे राज्य हैं, जहां कांग्रेस BJP को नहीं हरा पा रही और यहां INDIA गठबंधन के दलों के साथ चुनाव लड़ा जाए तो परिणाम अलग होंगे।

उन्होंने कहा कि कुछ राज्यों में स्थानीय पार्टियां खुद BJP को हरा सकती हैं। और कई राज्यों में कांग्रेस BJP से सीधी लड़ाई में कमजोर पड़ जाती है। अगर, यहां कांग्रेस INDIA गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ती है तो BJP को आसानी से हराया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि AAP दिल्ली में अपने बल पर बीजेपी को हराने में पूरी तरह सक्षम है। मुझे नहीं लगता कि AAP को दिल्ली में किसी के समर्थन की जरूरत है। दिल्ली में लगातार तीन बार चुनाव हुए और तीनों ही बार AAP ने दिल्ली में सरकार बनाई। 2015 और 2020 में अरविंद केजरीवाल और AAP ने आजाद भारत के इतिहास में सबसे बड़े जनादेश के साथ सरकार बनाई।

केजरीवाल ने कहा था- अधिक आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए मंगलवार को हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बयान जारी किया था।

रिजल्ट रुझानों के बीच AAP के नगर निगम सदस्यों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा था कि ‘देखते हैं हरियाणा में परिणाम क्या आते हैं। इसका सबसे बड़ा सबक यह है कि चुनावों में कभी अधिक आत्मविश्वासी नहीं होना चाहिए। किसी भी चुनाव को हल्के में नहीं लेना चाहिए। हर चुनाव और हर सीट कठिन होती है।

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