इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी दीपा मांझी ने अपने चुनावी एजेंडों की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह क्षेत्र की जनता के साथ मिलकर विकास की एक नई दिशा तय करना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार से ही वह क्षेत्र का
.
ससुर के अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प
दीपा मांझी ने अपने ससुर जीतनराम मांझी के अधूरे विकास कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी ने इमामगंज क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्त्वपूर्ण योजनाएं शुरू की थीं, जिन्हें मैं आगे बढ़ाऊंगी और सुनिश्चित करूंगी कि हर नागरिक को उनका हक मिले। शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
सामाजिक कार्यों का अनुभव बनेगा ताकत
दीपा मांझी ने अपने सामाजिक कार्यकर्ता के अनुभव को अपनी सबसे बड़ी ताकत बताया। उन्होंने कहा कि “शादी से पहले से ही मैं सामाजिक कार्यों से जुड़ी रही हूं। जिससे मुझे लोगों की समस्याओं और उनकी जरूरतों को समझने का अनुभव मिला है। शादी के बाद एक राजनीतिक परिवार का हिस्सा बनने से मुझे समाज सेवा के साथ-साथ राजनीति में भी अनुभव मिला है। जिसे मैं जनता के हित में उपयोग करना चाहूंगी।
स्वास्थ्य और शिक्षा को मिलेगी प्राथमिकता
दीपा मांझी ने कहा कि क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति में सुधार करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा, “क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को दूर करने के लिए अस्पतालों और क्लीनिकों की बेहतर व्यवस्था की जाएगी, ताकि हर नागरिक को समय पर इलाज मिल सके। शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए स्कूलों और कॉलेजों की सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा, ताकि हर बच्चा अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके।”
विकास और सेवा का वादा
जनता से अपील करते हुए दीपा मांझी ने कहा कि वे सिर्फ चुनावी वादे नहीं कर रहीं, बल्कि वे इमामगंज के विकास और हर नागरिक के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा, मैं जनता के हर सुख-दुख में साथ रहूंगी और हर संभव मदद करूंगी। मेरा एक ही उद्देश्य है—इमामगंज को एक आदर्श क्षेत्र बनाना, जहां हर व्यक्ति को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार जैसी बुनियादी सुविधाएं आसानी से मिल सके।
‘टक्कर की कोई बात नहीं, जनता सही उम्मीदवार चुने’
जब दीपा मांझी से चुनावी मुकाबले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने आत्मविश्वास से कहा, “टक्कर की कोई बात नहीं है। जनता समझदार है, और उन्हें सही व्यक्ति का चुनाव करना चाहिए। मेरा विश्वास है कि जनता हमें समर्थन देगी और हम मिलकर इमामगंज के विकास की नई कहानी लिखेंगे।”
दीपा मांझी ने जनता से अपील करते हुए कहा, “आपका विश्वास और समर्थन ही हमारी ताकत है। हमें जिताएं, ताकि हम आपके हक की लड़ाई लड़ सकें और आपके हर सुख-दुख में साथ खड़े रह सकें।”
अब देखना दिलचस्प होगा कि दीपा मांझी अपने सामाजिक और राजनीतिक अनुभव के बल पर इमामगंज की जनता का दिल जीत पाती हैं या नहीं, लेकिन उनके आत्मविश्वास और वादों ने चुनावी माहौल में जरूर नई ऊर्जा भर दी है।