कांग्रेस नेता बंत सिंह दोबुर्जी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज।
लुधियाना के दोराहा में कम्युनिटी हाल से जुड़े करीब 58 लाख रुपए के गबन मामले में बड़ी कार्रवाई हुई। इस घोटाले में कांग्रेस के पायल क्षेत्र से नवनियुक्त कोऑर्डिनेटर और नगर कौंसिल दोराहा के पूर्व अध्यक्ष बंत सिंह दोबुर्जी के खिलाफ धोखाधड़ी और गबन का माम
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उनके साथ-साथ उस समय के कार्यरत कार्यकारी अधिकारी (ईओ) रजनीश सूद को भी नामजद किया गया है। यह मामला 2022 में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मनविंदर सिंह गयासपुरा द्वारा उठाया गया था। विधायक गयासपुरा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि कांग्रेस शासन के दौरान गरीबों के लिए बनाए गए कम्युनिटी हाल को नियमों को ताक पर रखकर ठेके पर दे दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह टेंडर एक कांग्रेसी पार्षद ने अपने रिश्तेदार के नाम पर लिया और इस पूरी प्रक्रिया में न तो कोई आधिकारिक एग्रीमेंट हुआ और न ही नगर कौंसिल के खाते में कोई सुरक्षा राशि जमा करवाई गई।
3 सालों तक कोई किराया जमा नहीं किया इतना ही नहीं, संबंधित ठेकेदार को सीधे चाबियां सौंप दी गईं। तीन वर्षों तक न तो कोई किराया जमा किया गया और न ही किसी प्रकार का नोटिस जारी किया गया। गयासपुरा ने बताया कि जब आप की सरकार सत्ता में आई तो इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी खन्ना को शिकायत सौंपी गई।
इसके बाद इस घोटाले की विस्तृत जांच शुरू हुई। जांच के दौरान मिले साक्ष्यों के आधार पर मामले को हाईकोर्ट तक पहुंचाया गया और अदालत के आदेशों के तहत आखिरकार एफआईआर दर्ज कर ली गई। एफआईआर में तीन लोगों के नाम शामिल हैं – ठेकेदार अमरजीत सिंह, तत्कालीन ईओ रजनीश सूद और नगर कौंसिल के पूर्व अध्यक्ष बंत सिंह दोबुर्जी।
आप विधायक गयासपुरा ने कांग्रेस पार्टी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यह पार्टी घोटालों की जननी है। इस तरह के मामलों में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले पर नगर कौंसिल दोराहा के मौजूदा अध्यक्ष सुदर्शन शर्मा पप्पू ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि बंत सिंह दोबुर्जी ने एक सुनियोजित साजिश के तहत नगर कौंसिल की बैठक में प्रस्ताव पारित करवाकर अपने पद और अधिकारों का दुरुपयोग किया।