बस स्टैंड से यूपी, बिहार, दिल्ली जाने वाले प्रवासी लोगों को धक्के से बस में बैठाने और फिर रास्ते में दोगुना तक पैसे वसूला जाता है। इतना ही नहीं पैसे न देने पर मारपीट कर उन्हें रास्ते में ही उतार दिया जाता है। ऐसे ही मामले में थाना डिवीजन-5 की पुलिस न
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उनकी पहचान रेलवे कॉलोनी निवासी दीपक कुमार, माया नगर निवासी विक्की, अब्दुलापुर बस्ती निवासी साहिल लुभाया, छावनी मोहल्ला निवासी मोहित के रूप में हुई है। एएसआई राजेश कुमार ने बताया कि उन्हें लगातार शिकायतें आ रही थी कि प्राइवेट बस चालकों द्वारा यात्रियों को जबरन बस में बैठा लिया जाता है और रास्ते में उनसे मारपीट कर अधिक पैसे भी लिए जाते हैं।
भोले भाले प्रवासी लोगों से अधिक पैसे वसूलने के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट में पेश कर उनका दो दिन का रिमांड लिया गया है। उक्त दोषियों द्वारा अलग अलग बसों में सवारियों को ले जाया जाता था।
दो साल पहले वेडिंग ने हटाया था अवैध बस स्टैंड
बता दें कि दो साल पहले ट्रांसपोर्ट मंत्री रहे अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने बस स्टैंड का दौरा करने के बाद बस स्टैंड के बाहर बने अवैध बस स्टैंड पर कार्रवाई करते हुए इसे बंद करवा दिया था। क्योंकि प्राइवेट बस चालकों के पास न तो कागज पूरे थे और न ही परमिट था।
इसके अलावा सवारियों को धक्के से प्राइवेट बसों में बैठाने से सरकारी खजाने को भी चपत लग रही थी। कुछ दिनों तक तो बसों को यहां से हटा दिया गया था। परंतु पुलिस व ट्रांसपोर्ट अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध बस स्टैंड फिर से शुरू हो गया।