धनबाद, 17 फरवरी: झारखंड मुक्ति मोर्चा (यू) के धनबाद महानगर अध्यक्ष जेपी वालिया ने धनबाद उपायुक्त के माध्यम से निबंधन मंत्री रामदास सोरेन को पत्र भेजकर धनबाद निबंधन कार्यालय में फैले भ्रष्टाचार की शिकायत की है। उन्होंने जिला निबंधन पदाधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
कार्यालय के आसपास सक्रिय दलालों पर गंभीर आरोप
श्री वालिया ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि निबंधन कार्यालय के आसपास बाहरी लोगों ने अवैध रूप से कब्जा जमा लिया है। ये लोग सरकारी जमीन पर टेबल-कुर्सी लगाकर दलाली का काम कर रहे हैं।उन्होंने बताया कि कार्यालय के दरवाजे पर तैनात चपरासी उत्तम सेन अवैध वसूली करता है और सर्टिफाइड कॉपी जारी करने के लिए लोगों से मनमाने पैसे लेता है। इसके अलावा, गेट पर मौजूद विनय ठाकुर निबंधन कार्यों के साथ-साथ कोर्ट मैरिज कराने का भी धंधा चला रहा है।
रिकॉर्ड रूम में बाहरी लोगों का कब्जा
जेपी वालिया ने यह भी आरोप लगाया कि मानस और इकबाल नामक दो बाहरी लोगों ने रिकॉर्ड रूम पर पूरी तरह से कब्जा जमा लिया है। इन लोगों ने कथित रूप से रिकॉर्ड रूम से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब कर दिए हैं। यह कार्य अवर निबंधन पदाधिकारी के संरक्षण में किया जा रहा है।
शिकायत करने वालों को धमकी देने का आरोप
श्री वालिया ने यह भी कहा कि निबंधन पदाधिकारी के खिलाफ शिकायत करने वाले व्यक्तियों को उनके कार्यालय में बुलाकर डराया-धमकाया जाता है, जिससे लोग खुलकर अपनी शिकायत दर्ज कराने से कतराते हैं।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल
जेपी वालिया ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इस घोटाले पर कोई ठोस कदम उठाएगा या भ्रष्टाचार का यह खेल यूं ही चलता रहेगा? आम जनता इस भ्रष्टाचार से कब तक पीड़ित होगी? प्रशासन को जल्द से जल्द इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए ताकि न्याय हो सके।
