धनबाद के दामोदर नदी के सुदामडीह थाना क्षेत्र के सीता नाला अमलाबाद घाट पर रविवार को स्नान करने आए पांच छात्र गहरे पानी में डूब गए। स्थानीय लोगों ने तीन को तो बचा लिया, लेकिन दो छात्र गहरे पानी में समा गए।
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काफी प्रयास के बाद स्थानीय गोताखोरों ने अविनाश मल्लिक नाम के छात्र को बाहर निकाल लिया लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई थी। वह कांड्रा चुकड़ीपाड़ा निवासी दयानंद मलिक का इकलौता बेटा था। वह मेडिकल कॉलेज वाराणसी का छात्र था।
हादसे के बाद एक छात्र को स्थानीय लोगों ने निकाल लिया।
डूबने वाले छात्रों में अविनाश का चचेरा भाई शिवम मल्लिक उर्फ राहुल की तलाश आज भी जारी है। अभी तक उसकी बॉडी नहीं मिल सकी है। शिवम के पिता का नाम दुर्गा मल्लिक है।
शिवम झारखंड पब्लिक स्कूल बलियापुर का इंटर का छात्र था। दूसरे लापता छात्र को पानी से निकालने के लिए अभी स्थानीय स्तर पर ही प्रयास चल रहा है। जरूरत पड़ी तो एनडीआरएफ को बुलाया जाएगा।
ये पांच छात्र गए थे नहाने
रविवार को दोपहर कांड्रा चुकड़ीपाड़ा के रहने वाले रेलकर्मी दयानंद मलिक का पुत्र अविनाश मल्लिक, उसका चचेरा भाई सेल कमी दुर्गा मल्लिक का बेटा शिवम मलिक उर्फ राहुल, सुरंगा बलियापुर का रहने वाला इंटर का छात्र दिवास कुंभकार, सुमित कुंभकार और प्रोमित कुंभकार दामोदर नदी के मोहलबनी घाट पर स्नान करने आए थे। इसी क्रम में पांचों युवक भंवर में फंस गए और डूबने लगे। स्थानीय युवक परमेश्वर कुमार ने दिवास, सुमित और प्रोमित को नदी से बाहर निकाल लिया जबकि अविनाश और शिवम मल्लिक डूब गए।

लापता दूसरे छात्र की तलाश आज भी जारी है।
बेटे को खोजने नदी में खुद उतर गए पिता
पानी में डूबे बेटे की तलाश में अविनाश के पिता दयानंद मल्लिक के साथ-साथ शिवम मल्लिक के पिता दुर्गा मल्लिक भी स्थानीय गोताखोरों के साथ खुद नदी में उतर गए थे। इधर, घाट पर अविनाश की मां चंपा देवी, बड़ी मां रूमा देवी, विवाहिता बहन सोनी देवी, शिवम की मां पिंकी देवी दहाड़ मारकर रोती रहीं।
आंखों के आंसू रुक नहीं रहा था। मेडिकल छात्र अविनाश की एक बहन विवाहिता है। चचेरे भाई दिवाकर ने बताया कि वह मेडिकल कॉलेज ऑफ वाराणसी में द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। छुट्टी में घर आया था। दोस्तों के साथ घूमने जाने की बात घर में कह कर निकला था। पिता दयानंद मल्लिक कुछ भी बताने में असमर्थ हैं।