धनबाद, 6 मई — “कोयलांचल की धरा, मिथिलांचल की छटा”— इसी भावना को समर्पित सखी बहिनपा मैथिलानी समूह (धनबाद इकाई) द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जानकी नवमी उत्साहपूर्वक मनाई गई। बेकारबांध स्थित मंदिर परिसर में आयोजित समारोह में मिथिला की परंपराओं की झलक और नारी शक्ति का संगम देखने को मिला।
इस अवसर पर समूह की संस्थापिका आरती झा ने सभी सखियों के लिए माँ जानकी से मंगलकामना की। समारोह की शुरुआत माता सीता की पूजा-अर्चना और दीपोत्सव से हुई। सखियों ने पारंपरिक सोहर और मंगल गीत गाकर पूरे माहौल को भावविभोर कर दिया। माता जानकी को मिथिला की पुत्री और आदर्श के रूप में स्मरण करते हुए, सखियों ने कहा, “माता सीता हमारी बहन हैं और प्रभु श्रीराम हमारे पाहुन।”
कार्यक्रम के पश्चात राहगीरों को प्रसाद वितरण कर सेवा और सद्भाव का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में विनिता चौधरी, बेला झा, सीमा झा, डेजी कश्यप, अनामिका झा, पूनम झा, नेहा झा, स्वाती झा, अभिलाषा झा, शालिनी झा, प्रीति ठाकुर, रुबी खां, कंचन झा, अनीता सखी, नीतू सखी और सलोनी झा समेत कई सखियां शामिल रहीं।
सखी बहिनपा मैथिलानी समूह मिथिला क्षेत्र की महिलाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक उत्थान के साथ-साथ भौगोलिक एकीकरण और नारी सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रयासरत है।